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28 दिन बाद आठ घंटे खुलीं दुकानें, फिर भी 70 फीसदी कम कारोबार

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28 दिन बाद आठ घंटे खुलीं दुकानें, फिर भी 70 फीसदी कम कारोबार
हिन्दुस्तान टीम,बिहारशरीफWed, 02 Jun 2021 09:20 PM
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28 दिन बाद आठ घंटे खुलीं दुकानें, फिर भी 70 फीसदी कम कारोबार

दुकानों में लौटी रौनक, ग्राहकों के चेहरे पर भी दिखी मुस्कान

पहले दिन नहीं जुटे अधिक खरीदार, 30 फीसदी ही हुआ कारोबार

जिले में लॉकडाउन के पहले रोजाना लगभग 80 करोड़ का होता था कारोबार

अपर इंट्रो:

जिले में 28 दिन बाद बुधवार को सुबह छह बजे से आठ घंटों के लिए दुकानें खुलीं। बावजूद, पहले दिन 70 फीसदी कम कारोबार हुआ। बिहारशरीफ में दो बजे के बाद भी चहलकदमी बढ़ी रही। जबकि, राजगीर, हरनौत, नूरसराय समेत अन्य प्रखंड मुख्यालयों में दो बजे के बाद सन्नाटा पसर गया। दुकान खुलने से दुकानदारों के चेहरे के साथ ही दुकानों की रौनक लौटने लगी है। बाजार में भी दोपहर दो बजे तक कमोबेश चहल पहल रही। दुकानें खुलने से ग्राहकों के चेहरे पर भी मुस्कान दिखी। इन दुकानों पर काम करने वाले सैकड़ों कर्मी भी दुकानों पर ग्राहकों के इंतजार में रहे। हालांकि, कोरोना की मार झेल रहे मध्यम वर्गीय लोगों के पास रोजी-रोजगार नहीं रहने का असर बाजारों में दिखा। इसके कारण पहले दिन लॉकडाउन के पहले की तुलना में 30 फीसदी का ही कारोबार हुआ। सोहसराय ‘मिनी सूरत के कारोबारियों ने बताया कि कपड़ा मंडी समेत रोजाना लगभग 90 करोड़ रुपए का कारोबार होता था। अभी इन बाजारों में सन्नाटा छंटा नहीं है।

कपड़ा समेत अन्य दुकानों में रही ग्राहकों की भीड़, 12 बजे ही हुआ सन्नाटा

समय: 11 बजे

फोटो:

02 नूरसराय 01: नूरसराय में कपड़ा दुकानों में बुधवार को खरीदारों की भीड़।

नूरसराय। पुतूल सिंह

नूरसराय बाजार में सुबह आठ बजे तक सभी दुकानें खुल गयी थीं। सुबह में सब्जी मंडी में सिर्फ भीड़ भाड़ देखा गया। हालांकि बुधवार से दुकानें दो बजे तक खुले रहने की सूचना से लोग आराम से सामान खरीदने के लिए बाजार आए। 10 बजे स्थानीय बाजार में काफी भीड़ हो गया था।

किराना दुकान, सैलून में लोगों की काफी भीड़ देखा गया। वहीं हार्डवेयर की दुकानों में प्लास्टिक खरीदने के लिए ग्रामीणों की भीड़ थी। 11 बजे से नूरसराय के अंदर बाजार के श्रृंगार, रेडीमेड व कपड़ों की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ थी। जबकि, इसके पहले इन दुकानों में एक भी ग्राहक नहीं थे। महज एक घंटा बाद 12 बजते ही बाजार में सन्नाटा पसरने लगा था। उसके बाद सिर्फ कपड़ों की दुकानों में ही ग्राहकों की भीड़ थी। डेढ़ बजे इन दुकानों से भी ग्राहक चले गए थे।

कपड़ा दुकानदार रंजीत प्रसाद ने बताया कि 12 बजे के बदले दुकानें दो बजे तक खुली। पर बिक्री नहीं बढ़ी। पहले आराम से शाम तक रोजाना 18 से 20 हजार तक की बिक्री हो जाती थी। बुधवार को महज तीन हजार रुपए की बिक्री हुई। दो बजते ही बाजार में सन्नाटा का साम्राज्य था। इक्का दुक्का ठेला वाले फल व सब्जी घूम घूम कर बेचते नजर आए। उसके बाद सिर्फ मेडिकल की दुकानें ही खुली थी।

साफ-सफाई में ही बीत गया आधा समय

समय: 10.30 बजे

फोटो :

02राजगीर01: राजगीर के धर्मशाला रोड में खुली दुकानें।

राजगीर। राजीव लोचन

लॉकडाउन-4 की छूट व पाबंदियों के बीच शहर से लेकर गांव तक दुकानें दो बजे तक खुली रहीं। पहले दिन दुकानदारों का आधा समय तो दुकानों की साफ-सफाई में ही बीत गया। उसके बाद वे ग्राहकों का इंतजार करते दिखे। शादी-विवाह व लगन बीत जाने के कारण कपड़ा, जूता, बर्त्तन सहित अन्य दुकानों में भीड़ नहीं थी। इक्का-दुक्का ही ग्राहक दुकानदारों के पास सामानों की खरीदारी कर रहे थे। हार्डवेयर, बीज, टेलर्स, सैलून, पार्लर में भी कुछ ग्राहक मौजूद थे।

कपड़ा दुकानदार उदय प्रसाद, रवि कुमार, अशोक साव व अन्य ने बताया कि लॉकडाउन-4 के पहले दिन कुछ खास ग्राहक नहीं पहुंचे। लॉकडाउन के पहले जहां एक दिन में लगभग 20 हजार की बिक्री होती थी। बुधवार की दोपहर एक बजे तक मात्र दो हजार रुपए के सामान बेचे।

पहले दिन छबिलापुर चौराहा, धर्मशाला रोड, जेपी चौक, गिरियक मोड़, छबिलापुर रोड, लेदुआ पुल का इलाका, बंगाली पाड़ा व अन्य बाजारों में दो बजे के बाद भी कई दुकानें खुली थीं। हालांकि, ग्राहक नहीं थे। कोरोना गाइडलाइन के अनुसार दुकानदारों ने सेनेटाइजर की कोई व्यवस्था नहीं की थी। सब्जी मंडी में समय बढ़ने के बाद भी भीड़ नहीं दिखी।

बाजार में रौनक दुकानदारों में मायुसी

फोटो:

इस्लामपुर बाजार: इस्लामपुर बाजार का हाल।

इस्लामपुर। अनुज कुमार

लॉकडाउन में दुकानदारो को रियायत दिए जाने के बाद बाजार में रौनक तो लौट आयी है। लेकिन, दुकानदारों के चेहरे पर मायुसी छायी है। इस्लामपुर बाजार के रेडिमेड कपड़ा व्यवसायी जयप्रकाश चन्द्रा उर्फ बबलु ने बताया की लॉकडाउन से ही दुकान बंद रहने के कारण स्थिति काफी खराब हो गयी है। दुकान खुलने पर कमाई का आसरा था। पहले दिन मात्र 400 रुपए की बिक्री हुई। जबकि, पहले रोजाना 12 हजार की बिक्री हो जाती थी। दुकान बंद रहने से घरेलु कार्य के साथ ही बच्चों की पढ़ाई पर प्रतिकुल असर पड़ा है। रियायत मिलने से दुकान को सुबह ही 7 बजकर 30 मिनट पर खोला। 8 बजे के पहला ग्राहक पहुंचे। गमछा, गंजी व जंघिया की चार सौ रुपए की खरीददारी की। दुकान खुलने के आदेश के वाद से खुशी रहा परन्तु ग्राहको में उत्साह नहीं था। एक अन्य दुकान में दोपहर एक बजे तक 10 हजार रुपए के रेडीमेड कपड़े बिके। जबकि, लॉकडाउन लगने से पहले 20 से 25 हजार की बिक्री होती थी। गांव गिरांव के ग्राहक अधिक आते हैं। वाहन नहीं चलने का असर भी बाजार पर दिखा। डेढ़ बजे के बाद से ही बाजार में सन्नाटा फैलता चला गया। ग्राहकों के नहीं आने से दुकानदार मायुस थे।

रहुई बाजार में सभी दुकाने खुलीं, ग्राहकों की नहीं दिखी भीड़

समय: 12 बजे।

फोटो:

रहुई बाजार: रहुई बाजार में सामान्य दिनों की तरह काम काज में लगे लोग।

रहुई। प्रदीप कुमार

रियायत मिलते ही दुकानें खुलीं। लेकिन, ग्राहकों की भीड़ नहीं दिखी। दो बजे तक सभी दुकानें खुली रहीं। लेकिन आधे से अधिक दुकानों पर ग्राहक नजर नहीं आए। रहुई बाजार में सब्जी की दुकानों पर इक्का दुक्का लोग सब्जी की खरीदारी में लगे थे। दुकानदार बेफिक्र होकर ग्राहकों को समान बेचते नजर आए। दुकानदार मास्क लगाए तो कई ग्राहक बाजार में बिना मास्क के नजर आए।

अबनिश प्रसाद, दिनेश कुमार व अन्य दुकानदारों ने बताया कि लॉकडाउन में दुकान बंद रहने की वजह से काफी नुकसान हुआ है। अब दुकान खोलने की छूट मिलने से राहत मिलने लगी है। संदीप कुमार ने बताया कि 8 बजे से कपड़ा का दुकान खोले हुए हैं। 10 बजे तक कोई भी ग्राहक नहीं आया। 12 बजे दो ग्राहक आए। वे गंजी गमछा खरीदकर चले गए। ग्रिल गेट के दुकानदार श्रवण कुमार ने बताया कि आठ बजे से एक बजे तक एक भी ग्राहक नहीं आए। जबकि, पहले बात करने तक की फुर्सत नहीं रहती थी। 27 दिनों से दुकान बंद रहने से जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई नहीं हो सकती।

सब्जी दुकानदार मनोज कुमार, पिंटु कुमार व अन्य ने बताया कि चार दिन से सब्जी के दाम दोगुणा हो गया है। टमाटर 40, भिंडी 30, बोरा 30 तो परवल 50 रुपये प्रति किलो बिके। हालांकि कुछ दिन पहले इन्ही सब्जी के खरीदार नहीं मिलते थे।

दो बजते ही गिरने लगे दुकान के शटर

समय: 1.30 बजे

फोटो:

करायपरसुराय बाजार: करायपरसुराय बाजार का नजारा।

करायपरसुराय। पवन कुमार

राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी को देखते हुए लॉकडाउन 4 में हल्की छूट मिलते ही बाजारों में चहल पहल बढ़ गयी। पहले दिन बाजार में लोगों ने जमकर खरीदारी की। दुकानदार संजय कुमार, रोहित कुमार व अन्य ने बताया कि 5 मई से लॉकडाउन लगा था। तब से रोजी रोटी चौपट हो गई थी। 2 जून से सरकार के निर्देश पर 2 बजे तक दुकान खोलने का आदेश मिला। दुकानें खुलते ही ग्राहकों की भीड़ रही। हालांकि, पहले की तरह लोगों ने खुलकर खरीदारी नहीं की।

ग्राहक अजय कुमार, मोनू कुमार व अन्य ने कहा कि दुकान खुलते ही समान की खरीदारी करने बाजार पहुंचे है। कपड़ा व्यवसायी राकेश गुप्ता, शिवेंद्र सिंह व अन्य ने कहा कि लॉकडाउन से पहले शादी की लगन को देखते हुए दुकानों में काफी पूंजी लगा दिया था। वे बेकार हो गया। दुकानों से लोग सिर्फ दैनिक उपयोग वाले सामान खरीदते नजर आए।

गिफ्ट कार्नर के दुकानदार ने बताया कि दुकान खोलने की अवधि बढ़ने से बाजार में भीड़ कमने लगा है। पहले कम अवधि के लिये दुकान खुलती थी और शादी विवाह का लग्न भी था। इस वजह से भीड़ काफी रहती थी।

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