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बाल गृह की जांच में मिलीं अनियमितताएं

केंद्र व राज्य सरकार द्वारा बाल संरक्षण को ले चलाए जा रहे अभियान व खर्च किए जा रहे करोड़ों रुपये को बाल गृह संचालित करने वाले संस्थान डकार रहा है। सरकार द्वारा मिलने वाली राशि की लूट खसोट के लिए बाल...

बाल गृह की जांच में मिलीं अनियमितताएं
डेहरी | एक प्रतिनिधि Mon, 21 Jan 2019 07:41 PM
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केंद्र व राज्य सरकार द्वारा बाल संरक्षण को ले चलाए जा रहे अभियान व खर्च किए जा रहे करोड़ों रुपये को बाल गृह संचालित करने वाले संस्थान डकार रहा है। सरकार द्वारा मिलने वाली राशि की लूट खसोट के लिए बाल गृह प्रबंधन द्वारा तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं। 

शनिवार की रात डीएम समेत कई अधिकारियों द्वारा बाल गृह के निरीक्षण के दौरान कई खुलासे हुए। हद तो तब हो गई जब बालकनी में 22 बच्चों की जगह प्रबंधन ने 23 बच्चे गिना दिए। सच को छुपाने के लिए झूठ पर झूठ बोलते गए। अंतत: फटकार लगाते हुए डीएम ने एसडीएम को निर्देशित करते हुए कहा कि बाल गृह में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालते हुए  रिपोर्ट भेजी जाए। देर रात तक  किए गए निरीक्षण के बाद डीएम ने बिंदुवार मामले पर एसडीएम से रिपोर्ट मांगी है। वहीं बाल कल्याण विभाग के सहायक निदेशक से पूरे मामले पर बाल गृह प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगते हुए कार्यवाही करने की बात कही। डीएम द्वारा बाल गृह प्रबंधन को कड़ी फटकार और कार्रवाई की चेतावनी के बाद यह माना जा रहा है कि बालगृह  प्रबंधन पर आने वाले दिनों में राज्य सरकार द्वारा बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। 

बताते चलें कि तीन जिलों के भटके बच्चे बाल मजदूर व लावारिस बच्चे के लालन-पालन, शिक्षा-दीक्षा समेत पूरी जिम्मेदारी संभालने वाला सखरा स्थित बालगृह से एक साल के अंदर चार बच्चों के फरार होने की घटनाएं हो चुकी है। साथ ही अब तक कई बार डीएम समेत कई अधिकारियों ने निरीक्षण के के बाद यह माना था कि बाल गृह में कुव्यवस्था का आलम है तथा बड़े पैमाने पर लाइट राशि की लूट खसोट होती है। जुलाई व अक्टूबर माह में भी निरीक्षण के दौरान डीएम ने बाल गृह का स्थान परिवर्तन करने और सुधार लाने की चेतावनी दी थी। बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं होने से बाल कल्याण से जुड़े अधिकारी भी यह मानने लगे है, कि बाल गृह संचालित करनेवाले संस्थान पहुंच और पैरवी के बल पर अधिकारियों के आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं।

जब डीएम के सामने बीमार हुआ बच्चा: डीएम पंकज दीक्षित निरीक्षण के क्रम में बारी बारी से बच्चे से बात कर रहे थे। उसी दौरान गोपाल कुमार नामक 10 वर्षीय एक बच्चा बीमार होकर गिर पड़ा। डीएम के निर्देश पर डॉ. राजीव कुमार ने तत्काल बच्चे को अनुमंडल अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया और उसका इलाज कराया। हालांकि चिकित्सकों के अनुसार बच्चा  अभी ठीक है। डीएम ने अन्य बच्चों को बेहतर इलाज कराने व स्वास्थ्य जांच के निर्देश प्रबंधन को दिया। 

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