सासाराम। निज प्रतिनिधि
हम किसान हैं। हमारी आजीविका कृषि से चलती है। निगम का टैक्स हमारे लिए बोझ बन जाएगा। हम निगम का टैक्स देने में असक्षम साबित होंगे। हम पर रहम करें सरका। उक्त आशय का ज्ञापन जिलाधिकारी को देते हुए नारायणी परिवार ने सिकरिया पंचायत को नगर निगम से बाहर रखने की मांग की है।
डीएम को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि सासाराम प्रखंड के सिकरिया पंचायत के 90 फीसदी आबादी कृषि पर निर्भर है। यहां का मुख्य कारोबार कृषि है। अधिकतर लोग किसान-मजदूर हैं। किसी भी तरह का कल कारखाना नहीं है। सासाराम से सिकरिया पंचायत की दूरी भी अधिक है। सिकरियां पंचायत के हर व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्र में ही रहना चाहता है। सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में मिलने वाली सुख सुविधाओं से हम वंचित हो जाएंगे। सिकरिया पंचायत किसी भी दृष्टि से सासाराम नगर में शामिल करने योग्य नहीं है।