ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार सासाराममुरादाबाद गांव में सड़क किनारे चल रहा है बूचड़खाना

मुरादाबाद गांव में सड़क किनारे चल रहा है बूचड़खाना

सरकार द्वारा बूचड़खाना को बंद कराने के बाद भी नहीं हो रही है कार्रवाई ग ग ग ग ग ग ग ग ग ग ग ग...

मुरादाबाद गांव में सड़क किनारे चल रहा है बूचड़खाना
हिन्दुस्तान टीम,सासारामMon, 14 Jan 2019 08:14 PM
ऐप पर पढ़ें

सरकार द्वारा बूचड़खाना को बंद कराने के बाद भी नहीं हो रही है कार्रवाई

मुरादाबाद गांव में पशु तस्करी के खिलाफ एक बार भी नहीं हुई है छापामारी

सासाराम। नगर संवाददाता

सरकार ने वैध व अवैध रुप से चल रहे सभी बूचडखानों को बंद करा दिया है। लेकिन मुरादाबाद गांव में वर्षों से चल रहे बुचड़खाना आज तक बंद नहीं हुआ। जहां से आज भी पशु तस्करी व पशुओं को मारने का काम जारी है। जिला मुख्यालय से सटे इस गांव में चल रहे बूचड़खाने की जानकारी सभी को है। जहां से पशुओं को मारने के बाद खुर्माबाद व शाह जलाल पीर में पहले से आ रहे ग्राहकों तक पहुंचाया जाता है। कई बार पुलिस प्रशासन के पास गांव के लोगों का गुमनाम पत्र भी पहुंचा है। जिसमें बूचड़खाना चलाने वालों के नाम तक लिखे गए हैं। लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने से गांव के लोगों में आक्रोश व असंतोष बना हुआ है।

गांव के लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि शहर से गांव में प्रवेश करने पर सबसे पहले सड़क किनारे पशु बंधे देखा जा सकता है। जिसका इस्तेमाल बूचडखाना में होता है। इस कारोबार से जुड़े लोगों का नेटवर्क लंबा है। जिनके द्वारा माल पार कराने के लिए मैनेज व्यवस्था अपनायी जाती है। इससे गांव में तनाव रहता है। गांव के लोग विवाद बढ़ने के डर से विरोध नही कर पाते है। लेकिन यदि तनाव बरकरार रहा तो बूचड़खाना का विवाद बड़ा रूप ले सकता है। ग्रामिणों के अनुसार पुलिस प्रशासन द्वारा शहर के शाह जलाल पीर सहित अन्य जगहों पर पहले से चल रहे बूचड़खाना को तो बंद कराया गया। लेकिन मुरादाबाद गांव में कार्रवाई क्यों नहीं हुई, यह समझ से परे है।

इस संबंध में एएसपी राजेश कुमार ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी। यदि मुरादाबाद गांव में बूचड़खाना चल रहा है, तो टीम गठित कर छापामारी किया जाएगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें