घनी आबादी के मोहल्ले में जर्जर सड़कें, बांस के खंभों पर बिजली
संक्षेप: वार्ड-44 के लोग नाली, कचरा और बिजली की समस्याओं से परेशान हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम से टैक्स देने के बावजूद सुविधाएं नहीं मिल रहीं। बारिश के मौसम में जलजमाव और अंधेरे के कारण दिक्कतें...
वार्ड-44 के लोग कई समस्याओं से परेशान हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हम नगर निगम को टैक्स तो देते हैं पर उस अनुरूप सुविधाएं नहीं मिलतीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर नाली, कचरा और बिजली की समस्या दूर हो जाए, तो उनकी आधी से ज्यादा परेशानियां यूं ही खत्म हो जाएंगी। हालांकि, कोई भी यहां के लोगों की इन परेशानियों की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। इस कारण क्षेत्र के लोग काफी परेशान हैं और गंदगी में रहने को विवश हैं। नाले की सफाई नहीं होने के कारण जाम है और बारिश का पानी सड़क पर बहने लगता है।
यही नहीं, कई जगह तो नालियां ध्वस्त हो गई हैं और इस कारण कचरा व गंदा पानी सड़क पर ही फैला रहता है। उसी गंदगी से होकर लोग प्रतिदिन आना-जाने को विवश हैं। लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों को इससे कोई सरोकार नहीं है। इस कारण लोगों को काफी समस्या हो रही है। यही नहीं, बारिश के मौसम में तो स्थिति और गंभीर हो जाती है। सड़क पर पानी भर जाता है, जिससे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कत होती है। वहीं, नालियों पर स्लैब न होने के कारण बाहर का कचरा नालियों में चला जाता है, जिससे वे जाम हो जाती हैं। लोगों का कहना है कि नालियों की नियमित सफाई भी नहीं होती है। इस कारण काफी गंदगी जमी रहती है। बदबू के कारण भी लोगों को परेशानी होती है। रामबाबू राय कहते है कि क्षेत्र में जलजमाव आज भी चुनौती बनी हुई है। बरसात के मौसम में यह क्षेत्र पूरी तरह डूबी रहती है। बरसात आते ही स्थिति और भयावह हो जाती है। विश्वजीत कुमार का कहना था कि यहां की स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था भी चरमराई हुई है। निजी तौर पर लगाए गये दर्जनों स्ट्रीट लाइटें पहले से खराब पड़ी हुई हैं और नगर निगम गठन के बाद एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई है। ऐसे में शाम ढलते ही पूरा इलाका अंधेरे में डूब जाता है और चोरी, छिनतई जैसी आपराधिक घटनाएं बढ़ जाती हैं। इन अपराधिक घटनाओं की निगरानी के लिए कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। इसी तरह क्षेत्र में बिजली की समस्या भी गंभीर है। वर्तमान समय में भी कई जगह बांस के सहारे बिजली के तार खींचे गए हैं। बांस पर बिजली के तार होने के कारण हर वक्त गंभीर खतरे की आशंका बनी रहती है, लेकिन बिजली विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश में बांस के गिरने का खतरा रहता है। यदि ऐसा हुआ, तो जान-माल की हानि हो सकती है, लेकिन इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है। सड़क के किनारे कचरे का अंबार: क्षेत्र में जगह-जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है, जो परेशानी का सबब बना है। सड़क किनारे या जहां भी खाली जगह होती है, लोग वहां कचरा फेंक देते हैं। इस कारण चारों तरफ गंदगी फैली रहती है। खासकर सड़क के किनारे कचरा फेंकने से समस्या और बढ़ गई है। लोगों का कहना है कि कचरे की नियमित सफाई नहीं होती है। उन्होंने यहां से कचरे की सफाई कर वहां पेवर ब्लॉक लगाने की मांग की है, ताकि इस समस्या से निजात मिल सके। लोगों का कहना है कि इसके लिए उन्होंने कई बार जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगाई है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
-बोले जिम्मेदार-
वार्ड में जो भी लोगों की समस्याएं हैं उसके निदान को लेकर नगर निगम की ओर से सार्थक कदम उठाए गए हैं। कई वार्ड में बहुत सारी समस्याएं को दूर भी किया गया है। वार्ड-44 में पानी की समस्या के बारे में मुझे जानकारी मिली है, उसको दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। -अनिता राम, मेयर
-बोले जिम्मेदार-
इस वार्ड की सबसे बड़ी समस्या पानी की और जल निकासी की है। इसके निदान के लिए कई बार नगर निगम से बात की गई है। लेकिन अब तक आश्वासन ही मिला है। मेयर किसी भी समस्या के निदान को लेकर बस आश्वासन ही देती हैं। लोगों की सभी समस्याओं का निदान होना बेहद जरूरी है। -अमित कुमार मुन्ना, वार्ड पार्षद

लेखक के बारे में
Hindustanलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




