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प्रखंड मुख्यालयों तक ही सिमटा वर्षा मापक यंत्र, परेशानी

जिले में पंचायत स्तर पर वर्षा की जानकारी लेने के लिए वर्षा मापक यंत्र लगाने की कवायद प्रखंड मुख्यालय से आगे नहीं बढ़ सकी है। जिले के कुछ प्रखंड में पंचायत स्तर पर इसे लगाने के लिए जगह का चयन कर लिया...

प्रखंड मुख्यालयों तक ही सिमटा वर्षा मापक यंत्र, परेशानी
हिन्दुस्तान टीम,समस्तीपुरSun, 28 Jun 2020 05:48 PM
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जिले में पंचायत स्तर पर वर्षा की जानकारी लेने के लिए वर्षा मापक यंत्र लगाने की कवायद प्रखंड मुख्यालय से आगे नहीं बढ़ सकी है। जिले के कुछ प्रखंड में पंचायत स्तर पर इसे लगाने के लिए जगह का चयन कर लिया है वहीं कई ऐसे प्रखंड हैं जहां अभी जगह की तलाश ही चल रही है। प्रखंड मुख्यालय में भी जहां यह यंत्र लगा है उससे आम लोग या किसानों को यह जानकारी नहीं मिल पाती है कि उनके यहां कितनी वर्षा हुई। अलबत्ता मौसम विभाग और जिला स्तरीय कार्यालय को वर्षा के आंकड़ों की जानकारी समय से दी जाती है, लेकिन किसानों को आंकड़ों की जानकारी देने के नाम पर खानापूरी ही की जाती है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, सरकार ने वर्ष 2018-19 में पंचायत स्तर पर वर्षा का आंकड़ा एकत्रित करने के लिए वर्षा मापक यंत्र लगाने की योजना की घोषणा की थी जिस पर 2019-20 में काम शुरू हुआ।

बताया गया है कि पंचायत स्तर पर वर्षा या सुखाड़ से किसानों को होने वाली फसल क्षति का पता लगाने के लिए वर्षा मापक यंत्र लगाने का निर्णय लिया गया था। अब तक यही होता आया है कि प्रखंड में अधिक बारिश या सूखा पड़ने पर प्रखंड मुख्यालय की रिपोर्ट के आधार पर ही फसल क्षति का आंकलन होता है। प्रकृति के बदलते मिजाज के कारण एक ही प्रखंड में ही कहीं अधिक वर्षा होती है तो कहीं कम होती है। जिससे फसल क्षति के लिए सही से प्रखंड की ओर से रिपोर्ट नहीं दी जाती थी। प्रखंड की समेकित रिपोर्ट के आधार पर ही फसल क्षति तय होता है। जबकि पंचायत स्तर पर वर्षा मापक यंत्र लगाये जाने के बाद पंचायत स्तर पर यह तय हो पाएगा कि उस पंचायत में वर्षा या सुखाड़ से किसान को कितनी फसल की क्षति हुई। इससे जहां किसान को लाभ होता वहीं सरकार के पास भी ठोस रिपोर्ट रहेगी जिससे उसे निर्णय लेने में सहूलियत होगी।

जगह के बावजूद नहीं लगाए जा रहे यंत्र

जिले में 20 प्रखंड है जिसमें 381 पंचायत हंै। लगभग सभी पंचायत में कई ऐसे सरकारी जगह है जहां वर्षा मापक यंत्र लगाने के लिए पर्याप्त जगह है। इसके बावजूद अधिकांश प्रखंड में इसके लिए स्थल चयन की ही कवायद चल रही है। कुछ प्रखंडों ने स्थल चयन कर जिला को सूची है, जिस पर मुहर लगनी बाकी है। समस्तीपुर सदर प्रखंड, कल्याणपुर, सरायरंजन, वारिसनगर, खानपुर, मोरवा, ताजपुर, शाहपुर पटोरी, मोहनपुर, मोहिउद्दीननगर, रोसड़ा, पूसा, विभतिपुर, हसनपुर, बिथान, शिवाजी नगर, सिंघिया, दलसिंहसराय, उजियार पुर, विद्यापतिनगर में प्रखंड मुख्यालय में ही वर्षा मापक यंत्र लगाया गया है। इन प्रखंडों में पंचायत स्तर पर वर्षा मापक यंत्र लगाने के लिए स्थल चयन कर विभाग को सूची भेजी गयी है।

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