हसनपुर चीनी मिल क्षेत्र के 52 हजार एकड़ में गन्ने की खेती
हसनपुर चीनी मिल परिक्षेत्र के 52 हजार एकड़ में गन्ने की खेती की गई है। जिसकी पैमाइश की जा रही है। 30 जून तक खेतों की पैमाइश होगी। पौधों में टॉप वॉरर लगने की शिकायत मिलने लगी है। जिसके उपचार के लिए...
हसनपुर चीनी मिल परिक्षेत्र के 52 हजार एकड़ में गन्ने की खेती की गई है। जिसकी पैमाइश की जा रही है। 30 जून तक खेतों की पैमाइश होगी। पौधों में टॉप वॉरर लगने की शिकायत मिलने लगी है। जिसके उपचार के लिए कोराजन से स्प्रे करने की बात कही जा रही है।
मुरहन गन्ने के पौधे के कंठ में कीड़े लगने से पौधे सूखने लगे हैं। गन्ना उपाध्यक्ष शम्भू प्रसाद राय बताते हैं कि 150 एमएल कोरोजन 400 लीटर पानी में मिला कर एक एकड़ में स्प्रे करने से टॉप बॉरर की बीमारी दूर होगी। चीनी मिल कोराजन पर 10 प्रतिशत अनुदान भी दे रही है। पदाधिकारी ने कहा कि प्रति एकड़ एक बैग फैरस सल्फेड, एक बैग वर्मी कमपोष्ट एवं 10 किलो जिंक मिला कर गन्ने के जड़ों पर डालने से उत्पादन क्षमता बढ़ता है। पौधे में तन्दुरूस्ती आती है। अगामी सीजन में 85 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई का लक्ष्य रखा गया है। 1600 एकड़ में अर्द्धशालीन गन्ने की रोपाई का लक्ष्य है। पदाधिकारी ने कहा बिहार के हसनपुर चीनी मिल परिक्षेत्र में अर्द्धशालीन गन्ने की रोपाई होती है,जो जून माह से 15 सितम्बर तक होगी।