मृदा संतुलन बनाये रखने के लिए मृदा जांच जरूरी
कृषि रसायन उर्वरक विक्रेताओं का 15 दिवसीय प्रशिक्षण शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्र, बिरौली में शुरू...
कृषि रसायन उर्वरक विक्रेताओं का 15 दिवसीय प्रशिक्षण शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्र, बिरौली में शुरू हुआ। प्रशिक्षण में जिले से चयनित 40 प्रशिक्षणार्थियों ने हिस्सा लिया। उद्घाटन सत्र में केंद्र के प्रमुख डॉ. आरके तिवारी ने कहा कि अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से मृदा के स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ता है। इसके लिए किसानों को जागरूक करने की जरूरत है। वे किसानों को मृदा जांच कराने व उसमे मिले वैज्ञानिक अनुसंसा के अनुरूप उर्वरकों के इस्तेमाल करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इसमें उर्वरक विक्रेताओं की भूमिका अहम है। वे वैज्ञानिक व किसानों के बीच सेतु का कार्य कर सकते है। मौके पर वैज्ञानिक सह कार्यक्रम संयोजक डॉ संजय कुमार, ई. शैलेश कुमार आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान विद्यापति चौधरी, शुभम कुमार, आदित्य रंजन, नागेन्द्र कुमार, ऋषिकेश कुमार आदि मौजूद थे।