जिले में सात ब्लैक स्पॉट, सुरक्षा के उपाय एक भी नहीं
समस्तीपुर | हिन्दुस्तान प्रतिनिधि समस्तीपुर जिले में आये दिन होने वाली दुर्घटना को देखते...
समस्तीपुर | हिन्दुस्तान प्रतिनिधि
समस्तीपुर जिले में आये दिन होने वाली दुर्घटना को देखते हुए सात जगहों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित तो किया गया है, लेकिन उन जगहों पर सुरक्षात्मक उपाय अभी पूरी तरह से नहीं किये जा सके हैं। सड़क हादसों को रोकने के लिए न सड़कों का चौड़ीकरण किया गया है और न ही सड़क किनारे से अतिक्रमण हटाया गया है। इसकी वजह से सड़क दुर्घटनाओं का दौर जारी है। जिले में जिन सात जगहों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित किया गया है उसमें से छह एनएच 28 पर है जबकि मात्र एक एसएच पर है। एनएच 28 पर ताजपुर में राजधानी रोड चौक, गंगापुर, मुसरीघरारी, उजियारपुर में सातनपुर, चांदचौर के अलावा दलसिंहसराय में सरदारगंज चौक शामिल है। जबकि एसएच में समस्तीपुर और मुसरीघरारी रोड में हरपुर एलौथ को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित किया गया है। इन जगहों पर तीन बार से अधिक भीषण हादसे हो चुके हैं। जिसकी वजह से इन्हें पुलिस प्रशासन ने ब्लैक स्पॉट घोषित किया है। लेकिन इन जगहों पर सुरक्षा के एक भी उपाय नहीं दिखते हैं। हादसे के बाद कुछ दिनों के लिए होमगार्ड के जवान को यातायात नियंत्रण के लिए लगाया गया था, लेकिन कुछ दिन बाद हटा लिया गया। बताया जाता है कि बलैक स्पॉट पर जेब्रा क्रॉसिंग बनाने, सड़क चौड़ीकरण करने, अवरोधक लगाने और गति संकेतक का बोर्ड लगाने का प्रावधान है, लेकिन इनमें से एक भी उपाय नहीं दिखता है।
स्कूलों और तीखे मोड़ पर लगाये गये बोर्ड
सड़क हादसा रोकने के लिए जिले में स्कूलों और तीखे मोड़ के पास सावधानी के बोर्ड जरूर लगाये गये हैं, लेकिन किसी सड़क को चौड़ा नहीं किया गया है। सड़क हादसा वाले जिन जगहों पर अतिक्रमण है वह भी बदस्तूर जारी है। एनएच पर ही ताजपुर से लेकर दलसिंहसराय तक रोड़ किनारे अवैध वाहनों का लंबा काफिला लगा रहता है। जिसे सभी जिम्मेवार अधिकारी देखते हैं, लेकिन हटवाने की जहमत नहीं उठाते हैं। एक दो बार कोशिश भी की गयी, लेकिन कुछ दिन बाद स्थिति जस की तस हो गयी। मुसरीघरारी चौक, ताजपुर, सातनपुर, दलसिंहसराय के सरदारगंज और कल्याणपुर में कल्याणपुर चौक चौराहे पर अक्सर भीड़ लगी रहती है, जिसे संभालने के लिए नाममात्र के पुलिस कर्मी रहते हैं। मुसरीघरारी चौराहे पर तो पुलिस के जवानों के रहते ही अक्सर हादसे होते हैं। जिले में एनएच 28 छोड़कर 19 जगहों पर जेब्रा कासिंग बनाये गये हैं। इसमें समस्तीपुर से दरभंगा के बीच आठ, ताजपुर से पातेपुर होते हुए महुआ जाने वाली सड़क पर पांच, ताजपुर से समस्तीपुर रोड में छह जगह जेब्रा क्रासिंग बनाया गया है।
हादसा रोकने को परिवहन विभाग करता औपचारिकता
जिले में परिवहन विभाग पर भी सड़क हादसा रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और कार्रवाई करने की जिम्मेवारी है, लेकिन वह औपचारिकता ही पूरी करती है। कभी पुलिस के साथ जांच व जागरूकता अभियान चलाती है तो कभी अकेले। जिले में परिवहन विभाग की ओर से जो सड़क सुरक्षा अभियान चलाया गया वह औपचारिकता ही रहा। कुछ एनजीओ के कार्यक्रम में शामिल होकर परिवहन विभाग ने महज खानापूरी की। सड़क दुर्घटना रोकने के लिए छोटी से लेकर बड़े वाहनों पर 61 प्रकार प्रावधान हैं।