सीमा विवाद में उलझी रही पुलिस, दर्ज नहीं की प्राथमिकी
गल्ला व्यवसायी भाइयों को गोली मार लूटने के मामले में अपराधियों को चिह्नित करने व गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने के बजाय पुलिस शुक्रवार दोपहर तक...

सीमा स्पष्ट करने को बुलाना पड़ा राजस्व कर्मी को
बाद में एसपी ने भी घटनास्थल का लिया जायजा
गल्ला व्यवसायी भाइयो को गोली मार लूटने का मामला
वारिसनगर। निज संवाददाता। गल्ला व्यवसायी भाइयों को गोली मार लूटने के मामले में अपराधियों को चिह्नित करने व गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने के बजाय पुलिस शुक्रवार दोपहर तक सीमा विवाद में ही उलझी रही। इससे किसी तरह की कार्रवाई तो दूर प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की जा सकी। जहां नगर थाना अध्यक्ष चंद्रकांत गौरी घटनास्थल को मथुरापुर ओपी का इलाका बता रही थी वहीं मथुरापुर ओपी अध्यक्ष गुलनाज कौसर उसे अपना इलाका मानने के लिए तैयार नहीं थी। यह विवाद इतना बढ़ गया कि एसपी हृदयकांत के हस्तक्षेप करने के बाद भी मामला नहीं सुलझ सका। जिससे बाद में सीमा स्पष्ट करने के लिए राजस्व कर्मी को बुलाना पड़ा। वारिसनगर प्रखंड के राजस्व कर्मी सजंय कुमार अपनी तैयारी के साथ घटनास्थल मगरदही पुल पहुंचे और नक्शा निकालने के बाद कड़ी से जमीन की नाप करने के बाद घटनलास्थल को अकबरपुर मौजा का इलाका बताया। जो मथुरापुर ओपी मे ही पड़ता है। इसके बाद तय हुआ कि मथुरापुर ओपी में ही घटना की प्राथमिकी दर्ज होगी। हालांकि देर शाम तक मामले में किसी तरह की प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी थी। इससे पहले घटना के बाद गुरुवार रात एसपी ने घटनास्थल का दौरा किया था। उस दौरान सदर डीएसपी मो. सेहबान हबीब फखरी के अलावा नगर थाना और मथुरापुर ओपी की पुलिस घटनास्थल पर मौजूद थी। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद एसपी ने नगर थाना अध्यक्ष से घटना के बारे में जानकारी भी ली। एसपी ने बताया कि अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस अभियान चलाएगी।
क्या था मामला
गुरुवार की शाम बाजार समिति के गल्ला व्यवसायी व शहर के गोला रोड निवासी विनय साह व अपने छोटे भाई सजंय साह के साथ दुकान बंद कर बाइक से घर जा रहे थे। उसी क्रम में बदमाशों ने पुल पर बाइक में धक्का मारने के बाद रुपये वाला बैग लूट लिया। जिसका विरोध करने पर दोनों भाई को गोली मार दी थी। एक भाई के पैर में व दूसरे के जांघ में गोली लगी थी। समस्तीपुर सदर अस्पताल से दोनों को डीएमसीएच रेफर कर दिया गया था।
