गोवर्धन पूजा पर लोगों ने की मवेशियों की पूजा-अर्चना
जिले में सोमवार को गांवों में गोवर्धन पूजा की गयी। इस दौरान लोगों ने अपने-अपने मवेशियों की पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही उनके गले के रस्से भी...
जिले में सोमवार को गांवों में गोवर्धन पूजा की गयी। इस दौरान लोगों ने अपने-अपने मवेशियों की पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही उनके गले के रस्से भी बदले।
मोरवा: प्रखंड में गोवर्धन पूजा पर श्रद्धालुओं ने अपने माल मवेशियों को नहला-धुला कर औषधीय युक्त पेय पिलाने के बाद नए रस्सी पगहों से सजा कर उसकी पूजा की। वारिसनगर: प्रखंड के विभिन्न गांवों में गोपालकों ने श्रद्धापूर्वक गोवर्द्धन की पूजा की। पशुपालकों इस अवसर पर बैल, गाय, हाथी, घोड़ा व अन्य पशुओं की विशेष साज सज्जा कर उसके गले मे घण्टियों का माला पहनाकर लाल व हरा रंग से उनके देह पर धारियां बनाकर सुख व समृद्धि की याचना की गई। पशुप्रेमी महेंद्र प्रधान, अमरेश कुमार, माधोपुर के मुन्ना राय आदि का कहना है कि ऐसी मान्यता है कि रंगों के छिटो के कारण कई तरह की गंभीर बीमारी से पशु आक्रांत नही होते। प्रखंड के पशुपालकों ने सोमवार को गोवर्द्धन पूजा के अवसर पर बथानों की अच्छी साफ-सफाई करने के बाद अपने-अपने मवेशियों को नहलाया। फिर उसके गले में नये-नये पगहे पहनाये। पशुशाला में मवेशी के गोबर से कृषि से संबंधित विभिन्न सामग्री की आकृतियां बनायी गयी तथा उसपर कोहरें के फूल चढ़ाकर पूजा - अर्चना की। रसलपुर के पंडित प्रमोद कुमार द्विवेदी ने बताया कि पशुपालक के घरों में इस अवसर उत्सव का माहौल होता है। उनके घरों में विभिन्न तरह के पकवान भी बनाये जाते हैं। गोवर्धन पूजा के अवसर पर पशुपालकों ने की मवेशियों की पूजा : रोसड़ा: गोवर्धन पूजा के अवसर पर अनुमंडल क्षेत्र में पशुपालकों ने अपने-अपने पशुओं यथा गाय, बैल, भैंस आदि की पूजा की। इस अवसर पर मवेशियों को नहला-धुला कर नये रस्सी, पगहा, नाथ, गरदाम पहनाये गये। गले में घंटियों का पट्टा बांधकर रंगों से मवेशियों को सजाया गया, फिर अर्चना की गयी।