समस्तीपुर पहुंचे प्रवासी, बिहार सरकार व रेल को दिया धन्यवाद
समस्तीपुर स्टेशन पर मंगलवार को भी आधा दर्जन ट्रेन से लगभग एक हजार से अधिक प्रवासियों को उतारा गया। इसमें समस्तीपुर के अलावे दरभंगा व मधुबनी के भी प्रवासी शामिल थे। प्रवासियों की सुविधा का ख्याल रखते...
समस्तीपुर स्टेशन पर मंगलवार को भी आधा दर्जन ट्रेन से लगभग एक हजार से अधिक प्रवासियों को उतारा गया। इसमें समस्तीपुर के अलावे दरभंगा व मधुबनी के भी प्रवासी शामिल थे। प्रवासियों की सुविधा का ख्याल रखते हुये ट्रेनों के आने से पहले जिला प्रशासन एवं रेल प्रशासन की टीम स्टेशन पर मौजूद थी। बारी-बारी से पहुंचे विभिन्न ट्रेनों से प्रवासियों को उतारा गया। साथ ही उसे संबंधित प्रखंड मुख्यालय के लिये बसों से भेज दिया गया। इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा प्रवासियों को फ्राई चूड़ा, नमकीन व पानी उपलब्ध कराया गया। साथ ही रेलवे द्वारा भी ट्रेन में सफर कर रहे श्रमिकों को बिस्कुट व पानी बोतल दिया गया। इस दौरान जिला प्रशासन की तरफ से उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद, डीटीओ राजेश कुमार, एमभीआई आर रंजन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। वहीं रेलवे की तरफ से डीसीआई दिलीप कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर मो. आलम अंसारी, सीएचआई एनके दास, जीआरपी अध्यक्ष रंजीत कुमार के अलावे अन्य कर्मी व पुलिस जवान उपस्थित थे।
साहब कई दिन भूखा रहे, अब घर पहुंचा
समस्तीपुर स्टेशन पर पहुंचने वाले प्रवासी श्रमिक के चेहरे पर घर पहुंचने की खुशी झलक रही थी। इस दौरान यात्रा के दौरान होने वाली परेशानी व थकान को भी भूल गये थे। लेकिन परदेश में हुई परेशानी को याद कर प्रवासियों की आंखें भर आयी। सूरत से पहुंचे कई प्रवासियों ने बताया कि साहब वहां कंपनी बंद थी। बकाया पैसा नहीं दिया। पास की राशि खर्च हो गयी। कई दिन भूखा रहना पड़ा। जब ट्रेन चली तो कुछ जान में जान आयी। भला हो बिहार सरकार व रेलवे का, जिसके सहयोग से अपने घर पहुंच गया।
शाम तक पहुंच चुकी थी आधा दर्जन ट्रेन
समस्तीपुर स्टेशन पर मंगलवार शाम तक आधा दर्जन ट्रेन पहुंच चुकी थी। इस दौरान पुडुचेरी-बरौनी स्पेशल ट्रेन से समस्तीपुर के 12 प्रवासियों को उतारा गया। इसी प्रकार नेलौर-बेतिया स्पेशल ट्रेन से समस्तीपुर के 73, दरभंगा के 47, मधुबनी के 11 प्रवासियों को उतारा गया। जबकि सूरत-दरभंगा एक्सप्रेस से 40, बरौनी-मधुबनी डीएमयू सवारी गाड़ी से 177 एवं घाटकेशर-हाजीपुर स्पेशल ट्रेन से 407 प्रवासियों को उतारा गया। जबकि अभी तीन अन्य स्पेशल ट्रेन का गुजरना बांकी था।