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अब दिल्ली के स्कूलों में पढ़ायी जाएगी त्रिपुरारि की कविता

महज 30 वर्ष की उम्र में महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड 11 वीं कक्षा के हिन्दी पाठ्यक्रम में शामिल होकर सुर्खियां बटोरने के बाद युवा शायर त्रिपुरारि की कविता अब दिल्ली की स्कूलों के आठवीं कक्षा में भी पढ़ायी...

अब दिल्ली के स्कूलों में पढ़ायी जाएगी त्रिपुरारि की कविता
हिन्दुस्तान टीम,समस्तीपुरFri, 27 Nov 2020 04:30 PM
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महज 30 वर्ष की उम्र में महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड 11 वीं कक्षा के हिन्दी पाठ्यक्रम में शामिल होकर सुर्खियां बटोरने के बाद युवा शायर त्रिपुरारि की कविता अब दिल्ली की स्कूलों के आठवीं कक्षा में भी पढ़ायी जाएगी। बता दें कि आठवीं कक्षा का पाठ्यक्रम तैयार करने वाले प्रकाशन भारती भवन ने जहां सूरदास, रामचन्द्र शुक्ल, सुभद्रा कुमारी चौहान, मनु भंडारी, आरसी प्रसाद सिंह और अब्राहम लिंकन जैसे दिग्गजों की रचनाओं का चयन किया है।

वहीं रोसड़ा के युवा शायर त्रिपुरारि की कविता को शामिल कर एक उदाहरण पेश किया है। भारती भवन द्वारा तौयार की गई यह किताब इन दिनों दिल्ली एनसीआर के विभिन्न प्राइवेट स्कूलों में पढ़ायी जा रही है। इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए त्रिपुरारि ने हिन्दुस्तान को बताया कि पिछले वर्ष ही भारती भवन प्रकाशक ने उनसे संपर्क किया था, बातचीत आगे बढ़ी और उन्होंने त्रिपुरारि की कविता ह्यकुदरत हमको सिखलाती हैह्ण को किताब में शामिल करने की अनुमति प्रदान कर दी। बता दें कि महाकवि आरसी की धरती रोसड़ा के एरौत में जन्मे त्रिपुरारि उर्दू के युवा शायर, गीतकार और लेखक हैं। जो फिलहाल मुम्बई में रहते हुए फिल्म और टीवी के लिए राईिंटग करते हैं । पिछले दिनों उनका लिखा मैथिली छठ गीत काफी लोकप्रियता बटोर चुका है।

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