स्वच्छता दूत-33: समस्तीपुर के निर्मल गंगा का संकल्प, घाटों को बना रहे स्वच्छ
गंगा की कल-कल और निर्मल धारा निरंतर बहती रहे, उसके किनारे व घाटों पर स्वच्छता हो, इसके लिए प्रयासरत हैं समस्तीपुर के भाई रंधीर। समस्तीपुर जिले में पड़ने वाले गंगा घाटों से शुरू हुआ उनका अभियान अब...
गंगा की कल-कल और निर्मल धारा निरंतर बहती रहे, उसके किनारे व घाटों पर स्वच्छता हो, इसके लिए प्रयासरत हैं समस्तीपुर के भाई रंधीर। समस्तीपुर जिले में पड़ने वाले गंगा घाटों से शुरू हुआ उनका अभियान अब हरिद्वार से गंगासागर तक पहुंच गया है। गंगा घाटों पर समय-समय पर सफाई अभियान के साथ लोगों को जागरूक करने के लिए वह उपवास भी रखते हैं।
पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती से गंगा की सफाई की प्रेरणा लेकर वर्ष 2000 से अभियान में जुटे हैं। उनका संकल्प है कि जब तक गंगा स्वच्छ नहीं हो जाती, तब तक उनका अभियान जारी रहेगा। भाई रंधीर जिले के मोहिउद्दीन नगर प्रखंड के सुल्तानपुर के रहने वाले हैं। गंगा के सफाई अभियान की शुरुआत भी उन्होंने जिले में पड़ने वाले गंगा घाटों की सफाई से की। बाद में उनका अभियान हरिद्वार से गंगासागर के बीच पड़ने वाले प्रयाग, वाराणसी, बक्सर, पटना, पटोरी, चमथा, सिमरिया, सुल्तानगंज, भागलपुर गंगा घाट तक पहुंचा। वे हर घाट पर जाकर लोगों को गंगा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए जागरूक करते हैं। उनके प्रयास से कई घाटों पर अब आरती भी होने लगी है। प्रतिवर्ष मकर संक्रांति पर गंगासागर में पुरी पीठाधीश्वर के साथ गंगा रक्षा अभियान में भी हिस्सा लेते हैं।
सफाई अभियान चलाकर उपवास करते हैं
गंगा दशहरा और कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा घाटों पर सफाई अभियान चलाकर उपवास करते हैं। पटोरी अनुमंडल से गुजरने वाली गंगा में होटलों का कचरा फेंके जाने पर पहले उन्होंने होटल संचालकों को समझाया। जब वे नहीं माने तो लोक शिकायत पदाधिकारी के यहां फरियाद की। इस पर छह महीने तक सुनवाई चली। इसके बाद होटल संचालकों को अपने यहां डस्टबिन रखने का आदेश लोक शिकायत पदाधिकारी ने जारी किया।
‘वृक्ष लगाओ, बेटी बचाओ’ अभियान के संचालक सुजीत कुमार भगत ने बताया कि भाई रंधीर द्वारा चलाया जा रहा अभियान सभी के लिए अनुकरणीय है। उनके प्रयास से ही यहां के गंगा घाटों पर गंगा आरती का भी आयोजन होने लगा है।