देश की हर थाली तक पहुंचे मशरूम के व्यंजन:डीआर
डॉ.अनिल कुमार सिंह ने कहा कि बदलते मौसम में मशरूम उत्पादन स्वरोजगार का बेहतर विकल्प है। यह आर्थिक समृद्धि और सामाजिक प्रतिष्ठा में योगदान देता है। विवि का लक्ष्य हर व्यक्ति की थाली में पौष्टिक मशरूम...

पूसा, निज संवाददाता डॉ.राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विवि के निदेशक अनुसंधान(डीआर) डॉ.अनिल कुमार सिंह ने कहा कि मौसम के बदलते परिवेश में मशरूम उत्पादन व इससे जुड़ा व्यवसाय स्वरोजगार का बेहतर विकल्प है। यह आर्थिक समृद्धि व सामाजिक प्रतिष्ठा दिलाने में अहम भूमिका निभा रहा है। देश के प्रत्येक व्यक्ति की थाली में पौष्टिक आहार के रूप में मशरूम के व्यंजन को पहुंचाना विवि का लक्ष्य है। इस कड़ी को सशक्त करने के लिए बिहार के साथ कई अन्य राज्य के लोगों को तकनीकी ज्ञान देकर इसके विस्तार की दिशा में प्रयास जारी है। इसी कड़ी में उड़ीसा से आये प्रशिक्षुओं को मास्टर ट्रेनर के रूप में विकसित किया जाना भी शामिल है। जिससे ये सब विवि के ब्रांड एंबेस्डर के रूप में कार्य कर मशरूम क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकें। वे सोमवार को विवि के मशरूम विभाग में मशरूम उत्पादन एवं प्रसंस्करण तकनीक विषय पर आयोजित 15 दिवसीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण के समापन सत्र में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मशरूम के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। इसके उत्पादन के अलावा प्रसंस्करण, पैकेजिंग, ब्रांडिग और मार्केंटिंग के क्षेत्र में रोजगार के बड़े अवसर हैं। मौके पर डॉ.ज्योत्सना ने कहा कि प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को जमीन पर उतारने की दिशा में पहल की जरूरत है। स्वागत मशरूम वैज्ञानिक डॉ.दयाराम, संचालन डॉ. आरपी प्रसाद एवं धन्यवाद डॉ.आरपीके राय ने किया। इस दौरान प्रशिक्षुओं को प्रमाण-पत्र व अन्य कीट दिये गये।
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