तीसरे दिन भी वकीलों ने नहीं किया न्यायिक कार्य
जिला वकील संघ, समस्तीपुर के अधिवक्ताओं ने दलसिंहसराय के मामले को लेकर तीसरे दिन गुरुवार को भी न्यायिक कार्यों से अपने आप को अलग रखा। इससे कोर्ट में कोई भी काम नहीं हुआ। कोर्ट परिसर में पूरी तरह...
जिला वकील संघ, समस्तीपुर के अधिवक्ताओं ने दलसिंहसराय के मामले को लेकर तीसरे दिन गुरुवार को भी न्यायिक कार्यों से अपने आप को अलग रखा। इससे कोर्ट में कोई भी काम नहीं हुआ। कोर्ट परिसर में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा। आंदोलन को लेकर जिला वकील संघ भवन के सभा कक्ष में गुरूवार को हुई बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव प्रारित कर शुक्रवार को भी न्यायिक कार्य से अपने आप को अलग रखने का निर्णय लिया गया। अधिवक्ताओं ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की घोषणा की।
इसके बाद जिला जज के प्रकोष्ठ में वकीलों का शिष्टमंडल जिला एवं सत्र न्यायाधीश केशव मूर्ति तिवारी और जिलाधिकारी प्रणव कुमार से मिलकर अपनी मांगों से संबंधित पंाच सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। इसमें मारपीट, खून-खराबा करने वाले उपद्रवियों को अविलंब गिरफ्तार किये जाने, दलसिंहसराय के थानाध्यक्ष नरेश पासवान की संलिप्तता और निष्क्रियता को देखते हुए उन्हें निलंबित किये जाने, अधिवक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने, दलसिंहसराय थाना कांड संख्या 8518 में भादवि की धारा 307 व 353 जोड़ते हुये निष्पक्ष जांच कराने, घटना की न्यायिक जांच कराये जाने तथा अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी-प्रथम रंजूला भारती द्वारा गलत सूचना दिये जाने से संबंधित मांगें शामिल हैं। शिष्टमंडल में शामिल सदस्यों की बातों को गंभीरता से लेते हुए जिला जज व जिलाधिकारी ने शीघ्र आवश्यक कार्रवाई किये जाने का भरोसा दिलाया। शिष्टमंडल में जिला वकील संघ के अध्यक्ष रजनी रंजन, अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय, दलसिंहसराय के अध्यक्ष नवल किशोर सिंह, महासचिव प्रभात कुमार चौधरी, अधिवक्ता नंद कुमार सिंह नवीन, विनोद कुमार समीर, शोभाकांत झा, ओमप्रकाश, नरेंद्र कुमार सिंह, संजीव कुमार वर्मा, अनुज कुमार बिट्टु, उमेश ठाकुर, अनिल नायक, ठाकुर विक्रम सिंह, राजेंद्र झा, डॉ. मंजू, अशोक कुमार सिंह आदि शामिल थे।