आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के आह्वान पर समस्तीपुर मंडल इकाई ने रात्रि ड्यूटी भत्ता में सिलिंग करने के सरकार के निर्णय के विरोध में स्टेशनों पर मोमबत्ती जलकार रोष जताया। रेल मंडल के सभी स्टेशनों पर गुरुवार शाम आठ बजे से लेकर नौ बजे तक स्टेशन मास्टरों ने मोमबत्ती जलाकर अपनी ड्यूटी की। साथ ही स्टेशन मास्टर के विरोध में रेलवे बोर्ड के लिये गये निर्णय का विरोध किया।
इस दौरान स्टेशन मास्टरों ने अपने-अपने कक्ष की लाइट बंद कर मोमबत्ती जलायी। आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के पूर्व जोनल अध्यक्ष सह मंडल प्रवक्ता मुंद्रिका प्रसाद सिंह ने कहा कि भारतीय रेल के सभी स्टेशन मास्टरों के द्वारा विरोध स्वरूप गुरुवार रात 20 बजे से 21 बजे तक मोमबत्ती जलाकर कार्य करते हुए विरोध प्रकट किया गया।
उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड द्वारा स्टेशन मास्टरों के रात्रि ड्यूटी भत्ता का निर्धारण में वेतन का सीलिंग करने के विरोध में यह निर्णय लिया गया है। यह सभी कर्मचारी के लिये अन्यायपूर्ण निर्णय है। विदित हो कि रेलवे कर्मचारियों को रात्रि ड्यूटी भत्ता भी मिलता है। इसे प्रदान करने के कारणों में प्रमुख कारण यह है कि रात्रि में काम करने से कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है जिसकी भरपाई के लिए रेल प्रशासन रात्रि ड्यूटी भत्ता के रूप में कुछ रकम देती है। प्रवक्ता ने कहा कि वर्षों से चले आ रहे इस भत्ते पर, वर्तमान सरकार ने बिना किसी न्यायोचित तर्क के ग्रहण लगा दिया है।