छठ समाप्त होते ही फिर कचरे से पट गए नदी और तालाब के घाट
समस्तीपुर। छठ पूजा के लिए जिले में नदी व तालाब के जिन घाटों को दुल्हन

समस्तीपुर। छठ पूजा के लिए जिले में नदी व तालाब के जिन घाटों को दुल्हन की सजाया गया था वहां व्रत की समाप्ति के बाद गंदगी दिख रही है। इसकी न तो नगर निकायों के कर्मचारियों ने सुध ली और न ही उन लोगों ने ही ख्याल किया जिन्होंने दुल्हन की तरह घाटों को सजाया था। इससे सोमवार को शहर के नदी व तालाब के घाटों की स्वच्छता गायब हो गई। जहां छठ व्रत को लेकर घाट पर सजाने के लिए उपयोग में लाये गये सामान नदी व तालाब के किनारे ही बिखरे दिखे। खाने पीने के सामान की दुकान वालों ने भी अपना कूड़ा कचरा जहां तहां छोड़ दिया। संध्याकालीन अर्घ्य देने के बाद नगर निगम की ओर से घाटों से कचरों को हटाया गया था। पर, सोमवार सुबह अर्घ्य के बाद नगर निगम ने घाटों की सफाई की जरूरत नहीं समझी। इसकी वजह से घाटों पर जमा कूड़ा कचरा बिखरा रहा। ये कूड़े कचरे पॉलीथिन, उपयोग किए गए कपड़े, पूजा में उपयोग सामग्री के रैपर आदि बिखरे थे।
, घाटों पर लगे चाय नास्ते की दुकानों से उपयोग किए गए कचरे, पटाखे के अवशेष, केले के थम आदि से स्सभी घाट पटे हुए हैं। शहर के प्रसाद घाट, नीम गली घाट, पासवान घाट, काली मंदिर गंडक नदी घाट, नचारी झा घाट आदि की यही स्थिति थी। यहां तक कि प्रशासन की गतिविधि के केन्द्र बिन्दु में रहने वाले मगरदहीघाट भी इससे अलग नहीं था। इस संबंध में नगर प्रबंधक मो. शफी अहमद ने बताया कि संध्या कालीन अर्घ्य खत्म होने के बाद घाटों की सफाई करायी गई थी। सुबह के अर्घ्य के बाद जमा कचरे को भी हटा लिया जाएगा। एक नवंबर से सभी घाटों की सफाई शुरू करायी जाएगी। कोई घाट गंदा नहीं रहेगा।
