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सहरसा | एक संवाददाता

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आह्वान पर इस्लाह ए मुआशरा व तहफ्फूज ए शरियत कमिटी के बैनर तले तीन तलाक बिल के विरोध में हजारों मुस्लिम महिलाएं ने प्रदर्शन...


सहरसा | एक संवाददाता
हिन्दुस्तान टीम,सहरसाWed, 14 Mar 2018 11:59 PM
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मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आह्वान पर इस्लाह ए मुआशरा व तहफ्फूज ए शरियत कमिटी के बैनर तले तीन तलाक बिल के विरोध में हजारों मुस्लिम महिलाएं ने प्रदर्शन किया। बुधवार को जिले के विभिन्न क्षेत्रों से मुस्लिम महिलाओं का जत्था सुबह से ही शहर में पहुंचने लगा । जिससे शहर में दिन भर जगह-जगह जाम लगा रहा। हम कानून ए शरियत के पाबंद है, तीन तलाक बिल वापस लो, शरियत कानून हमारा एजाज है, हमारी शरियत में हस्तक्षेप बंद करों आदि स्लोगन की तख्तियां लिये जिले के अलग-अलग जगहों से जत्थे की शक्ल में मुस्लिम महिलाएं पटेल मैदान पहुंची।

पटेल मैदान में सभा को संबोधित करते वक्ताओं ने कहा कि तलाक विरोधी बिल लोक सभा में पास हो गया है जो गलत है। बिल को वापस लेने की मांग करते कहा कि यह बिल मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का खुला हस्तक्षेप है और भारतीय संविधान का उल्लंधन है। वक्ता डा. कौकब सुल्ताना, मोसर्रत प्रवीण, प्रो. सुफिया रूखसाना, डा.मजहबी नाज, डा.हिना फारूकी, जिनत प्रवीण, फरहत जबीं नाज, रेहाना खातुन आदि ने कहा कि हम मुस्लिम महिलाएं शरियत पर पूर्णत: विश्वास रखते है।

इस्लाम में तलाक का प्रावधान है। जो मुस्लिम महिलाओं के लिए अभिशाप नही बल्कि वरदान है। महिलाओं ने कहा कि तीन तलाक विरोधी बिल बड़ी जल्दीबाजी में लोक सभा में पास करा दिया गया।

इस बिल की तैयारी में किसी मुस्लिम विद्वान व इस्लामी विशेषज्ञों से कोई राय नहीं ली गई। वक्ताओं ने कहा कि यह बिल मुस्लिम महिलाओं के हित में नहीं है। इसलिए केन्द्र सरकार इसे अविलंब वापस ले।

शहर के पटेल मैदान में बुधवार को तीन तलाक बिल के विरोध में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आह्वान पर इस्लाह ए मुआशरा व तहफ्फुज ए शरियत कमिटी के बैनर आयोजित कार्यक्रम में पहुंची महिलाएं। फोटो: हिन्दुस्तान

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