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आजादी में उर्दू भाषा का अहम योगदान

बिहार मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग उर्दू निदेशालय के निर्देशन में शनिवार को कला भवन में फरोग-ए-उर्दू सेमिनार, कार्यशाला एवं मुशायरा का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन उप निर्वाचन पदाधिकारी सह प्रभारी...

आजादी में उर्दू भाषा का अहम योगदान
हिन्दुस्तान टीम,सहरसाSat, 19 Jan 2019 11:59 PM
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बिहार मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग उर्दू निदेशालय के निर्देशन में शनिवार को कला भवन में फरोग-ए-उर्दू सेमिनार, कार्यशाला एवं मुशायरा का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन उप निर्वाचन पदाधिकारी सह प्रभारी पदाधिकारी उर्दू कोषांग सोहेल अहमद, जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ. तकीउद्दीन अहमद सहित अन्य ने किया।

आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि उर्दू का असली विकास विद्यालयों में उर्दू भाषा की नियमित एवं अच्छी शिक्षा देकर ही किया जा सकता है। देश की आजादी में उर्दू भाषा का अहम योगदान है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि जिस स्कूल में उर्दू पढ़ने वाले बच्चे होंगे वहां उर्दू शिक्षकों का पदस्थापन करेंगे। कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ आलेख के लिए जिल्लुर रहमान कासमी, शाकिर हुसैन व मो. फुरकान का चयन किया गया। इन्हें तीन-तीन हजार रुपये का भुगतान किया जाएगा। वाद-विवाद प्रतियोगिता में मो नोमान, फारूक, आफरीन परवीन, बीबी साईमा, नुजहत बानो को एक-एक हजार रुपये भुगतान किया जाएगा। वहीं मुशायरा में मुर्तजा नरयारवी, एम जेड खान, डॉ रफत परवेज, अबु जफर, इसराईल हामी, मोख्तार आलम, मुक्तेश्वर सिंह मुकेश, फाखिर इमाम, अफसर इमाम को एक-एक हजार रुपये मानदेय किया जाएगा।

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