दानाविहीन मक्का देख उड़े होश
बनमा ईटहरी प्रखंड में इस बार किसानों के लिए आफत ही आफत आ रही है। पूरी मेहनत से खेती करने के बावजूद भी फसल की लागत मूल्य भी किसानों को ऊपर होने के आसार नहीं दिखते हैं। बनमा ईटहरी प्रखंड में इस बार...
बनमा ईटहरी प्रखंड में इस बार किसानों के लिए आफत ही आफत आ रही है। पूरी मेहनत से खेती करने के बावजूद भी फसल की लागत मूल्य भी किसानों को ऊपर होने के आसार नहीं दिखते हैं।
खासकर मक्का किसानों के लिए यह आफत आई है। मक्का किसानों को कड़ाके की ठंड में जहां खेतों में लगी फसल मक्का के पौधे में पीली का मार झेलना पड़ा था वहीं उससे ऊबरने के बाद अब मक्का के पौधों को देखकर किसानों के होश उड़ने लगे हैं। अधिकांश खेतों में लगी मक्का की फसल दाना विहिन है। किसानों के पूंजी व मेहनत पर पूरी तरह से पानी फिरता दिख रहा है। किसानों के द्वारा फसल की उपजाऊ हेतु में किये गये खर्च का एक हिस्सा भी मेहनताना का रुपये भी ऊपर हो जाए तो बहुत है।
रसलपुर पंचायत के मुरली गांव निवासी दर्जनों मक्का की किसान संजुला देवी, सिफन देवी, दिनकर यादव, नरेश यादव, महेन्द्र यादव, अनिल यादव, संजय यादव, विनोद यादव, पवन यादव, अरूण यादव, मो अंसार, सुभाष यादव, कैलू यादव, पुकार यादव, माधो यादव, मो रशीद आलम, किशोर यादव, मिराज आलम सहित अन्य किसानों का कहना था कि हमलोगों के खेतों में लगी मक्का की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। पहला मार ठंड के समय में मक्का के पौधों में पीली होने का मार झेलना पड़ा था वहीं अब मक्का का पौधा बड़ा हुआ और फसल काटने के समय हो गया तो मक्का के पौधों में दाना ही नहीं है।