सहरसा शहर में कहीं सड़कों पर गड्ढे तो कहीं जलजमाव
सहरसा शहर में कहीं सड़कों पर गड्ढे हैं तो कहीं जलजमाव है। इसके कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। आए दिन लोग हादसे के भी शिकार हो रहे हैं। शिकायत के बावजूद समस्या का हल नहीं किया जा रहा...
सहरसा शहर में कहीं सड़कों पर गड्ढे हैं तो कहीं जलजमाव है। इसके कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। आए दिन लोग हादसे के भी शिकार हो रहे हैं। शिकायत के बावजूद समस्या का हल नहीं किया जा रहा है।
लोगों का कहना है कि शहर की सड़कों की स्थिति गांव से भी बदतर बनी है। नया बाजार-नरियार रोड, बस स्टैंड से स्टेशन जाने वाली सड़क, शंकर चौक से बंगाली बाजार रेलवे ढाला जाने वाली सड़क सहित कई अन्य सड़कें जर्जर हैं। इसके अलावा कई सड़कों का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है। इससे भी लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। कई मोहल्ले की सड़कों पर जमा पानी व कीचड़ से लोगों को घरों से भी निकलने में परेशानी हो रही है। जमा पानी व कीचड़ से बीमारियों की संभावना बनी हुई है। कोरोना संक्रमण के इस मौसम में घरों के आसपास जमा पानी के कारण लोगों के सेहत पर खासा असर पड़ने लगा है। नगर परिषद के तहत 40 वार्ड हंै। शहरवासियों का कहना है कि बारिश में दो-तीन महीनों तक पानी व कीचड़ जमा रहता है तथा सड़क के सुखने पर उड़ती धूल परेशानी का सबब बन जाती है। नगर परिषद के द्वारा इस तरह की समस्या से निजात नहीं दिलाया जा रहा है। जनप्रतिनिधि भी कीचड़ से लथपथ मोहल्ले में घुमते रहते है। जर्जर सड़क में पानी जमा रहने से लोग जूते-चप्पल हाथों में लेकर घुटने भर पानी में चलने को विवश हैं।