मौसम इस बार विभाग को भी दे रहा गच्चा
सहरसा | एक संवाददाता मौसम इस बार मौसम विभाग को भी गच्चा दे रहा है।
सहरसा | एक संवाददाता
मौसम इस बार मौसम विभाग को भी गच्चा दे रहा है। मौसम विभाग के द्वारा बारिश के जारी किए गये आंकड़े फेल हो रहे हंै। मौसम विभाग के अनुसार मई में 107 एम एम बारिश होनी चाहिए था। लेकिन 264 एमएम से अधिक से अधिक बारिश हो गई।
जबकि जुलाई में 489 एम एम बारिश की जगह मात्र 260 एम एम ही बारिश हुई। जिला सांख्यिकी विभाग द्वारा वर्षापात की प्रतिदिन रिपोर्ट दी जाती है। जिले के 10 प्रखंडों में वर्षा मापक यंत्र लगाये गये है। जिला सांख्यिकी अधिकारी के अनुसार प्रतिदिन सुबह 8 बजे सभी प्रखंडों से रिपोर्ट दी जाती है। जिस रिपोर्ट को निदेशक को भेज दिया जाता है।
विभाग द्वारा जिले में हुई वर्षापात के आंकड़े : जिला सांख्यिकी विभाग द्वारा जारी वर्षापात आंकड़े के अनुसार मई महीने में 107.09 मिलीमीटर नार्मल बारिश होना था लेकिन बारिश 264.10 एम एम बारिश हो गई। जिससे भी माह में में ही सबसे अधिक 157 एम एम बारिश हुई। वहीं जून में नार्मल बारिश 224.40 की जगह 304.1 एम एम बारिश हुई। जिससे इस महीने भी 79.9 एम एम अधिक बारिश हुई।
जुलाई में काफी कम हुई बारिश : विभाग के अनुसार जुलाई माह में सबसे कम बारिश हुई। इस महीने 489.9 मिलीमीटर बारिश होनी थी लेकिन मात्र 260.5 एम एम बारिश हुई। जिससे जिले में जुलाई माह में 229.4 एम एम कम बारिश हुई। जुलाई के अलावा अगस्त महीने में भी कम बारिश हुई है। अगस्त महीने में 298.9 की जगह 293.3 एम एम बारिश हुई। इस महीने भी 6.6 एम एम कम बारिश हुई। वहीं सितंबर महीने में मौसम विभाग का आंकड़ा है कि 126.7 मिलीमीटर बारिश होगी। 13 सितंबर तक 58.4 एमएम बारिश हो चुकी है।
पिछले दो वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष बैराज से डिस्चार्ज रहा कम : पिछले दो वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष बैराज से पानी का डिस्चार्ज कम हुआ है। प्रशासनिक आंकड़े के अनुसार पिछले 20 में 342970 लाख क्यूसेक पानी बैराज से छोड़ा गया था। वहीं वर्ष 19 में 3 लाख 71 हजार 110 क्यूसेक पानी बैराज से डिस्चार्ज किया गया था। जबकि इस वर्ष 21 में 2 लाख 74 हजार 5 सौ क्यूसेक पानी बैराज से डिस्चार्ज किया गया है। जारी आंकड़ों के अनुसार 2015 में बैराज द्वारा कोसी नदी में 235330 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। वहीं 2016 में 298215 क्यूसेक, 2017 में 275785 क्यूसेक, 2018 में 251795 क्यूसेक पानी का बैराज द्वारा डिस्चार्ज किया जा चुका है। इस वर्ष सबसे अधिक पानी का डिस्चार्ज 29 अगस्त को की गई।
दोपहर में झमाझम बारिश से बच्चे हुए परेशान : शहर सहित ग्रामीण इलाकों में गुरुवार की दोपहर एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई। दोपहर बाद बारिश होने से स्कूल से घर लौट रहे बच्चे को काफी परेशानी हुई। कई बच्चें बारिश में भीग गये तो कई के अभिभावक अपने अपने बच्चों को तौलिए य अन्य कपड़े से ढंक कर बारिश से बचाते घर ले गये।
गुरुवार को लगभग 6.4 एम एम बारिश हुई। जिससे तापमान में कमी रही। 30 डिग्री अधिकतम तापमान रहा। सुबह में तीखी धूप निकली। लेकिन दोपहर में अचानक बादल छा गए और बारिश शुरू हो गई। एक घंटे तक कम और अधिक बारिश के बाद रूक गई। लेकिन बादल छाया रहा। देर शाम भी हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार दो दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश होने की अभी भी संभावना है।
इधर बारिश से शहर की सड़कों की स्थिति नारकीय बनी हुई है। कई मोहल्ले अभी भी पानी में डूबा हुआ है। जिससे शहरवासियों को काफी दिक्कत हो रही है। जमा पानी अब सड़ने लगा है जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ रहा है। धूप बारिश से लोगों के सेहत पर भी असर पड़ रहा है। अधिकांश लोग मौसम के कारण सर्दी बुखार से पीड़ित हो रहें हैं।
