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टेंडर हुए महीनों बीत गये, नहीं बनी सड़क

टेंडर हुए महीनों बीत गये, लेकिन सड़क का निर्माण कार्य अबतक शुरू नहीं हुआ है। शहर से गुजरी एनएच 107 की छूटी सड़क का निर्माण कार्य नहीं होने से शहरवासी को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। पटुआहा से...

टेंडर हुए महीनों बीत गये, नहीं बनी सड़क
हिन्दुस्तान टीम,सहरसाMon, 17 Jun 2019 12:20 AM
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टेंडर हुए महीनों बीत गये, लेकिन सड़क का निर्माण कार्य अबतक शुरू नहीं हुआ है। शहर से गुजरी एनएच 107 की छूटी सड़क का निर्माण कार्य नहीं होने से शहरवासी को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। पटुआहा से तिवारी टोला-शंकर चौक-मीर टोला व बरियाही होते चैनपुर पड़री तक की सड़क निर्माण कार्य के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग से टेंडर हो चुका है। लोकसभा चुनाव आचार संहिता लगने से पूर्व इस सड़क पर काम का शुभारंभ भी कर दिया गया। उसके बाद से काम बंद पड़ा हुआ है।

शहरी क्षेत्र के तहत पटुआहा से बाबाजी कुटी तक लगभग तीन किलोमीटर सड़क काफी जर्जर है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे जानलेवा है। शहर के बीचोबीच इस मुख्य जर्जर सड़क से गुजरने के दौरान कई बार वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो चुके है। खासकर हल्की बारिश में भी शहर की इस सड़क पर चलने में लोगों को काफी असुविधा होती है। गड्ढे में पानी जमा हो जाने पर सड़क में गड्ढे का पता नहीं चलता है।

जिससे दुर्घटना होते रहती है।

सड़क निर्माण के लिए टेंडर होने पर लोगों की आशा जगी थी कि अब जल्द ही जर्जर सड़क से निजात मिलेगी। लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी सड़क का निर्माण कार्य श्ुारू नहीं होने से शहरवासियों में खासे आक्रोश व्याप्त है।एनएच 107 के छूटे हुए भाग पटुआहा, तिवारी टोला, हटियागाछी, पूरब बाजार, शंकर चौक, मीरटोला होते बरियाही से चैनपुर तक जाने वाली सड़क वर्षो से जर्जर बनी हुई है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे के कारण वाहन चालकों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। इस जर्जर सड़क पर कई बार दुघर्टना भी चुकी है।

11 किमी सड़क की होगी मरम्मति : शहर से गुजर रही इस सड़क की लंबाई 11 किमी है। इस पटुआहा से चैनपुर तक सड़क मरम्मति कार्य का जिम्मा सिंकॉन कंपनी को दिया गया है। लगभग 14 करोड़ की राशि से एनएच के छूटे हुए इस पार्ट की मरम्मति किया जाएगा।

बीएम दो इंच व एसडीवीसी एक इंच : सड़क में गड्ढे को भरा जाना है। जीएसबी के बाद डब्लूएमएम का कार्य किया जाएगा। जिसके बाद अलकतरा से दो इंच बीएम व एक इंच एसडीवीसी किया जाएगा।

सड़क निर्माण के लिए टेंडर होते ही लोगों को लगा कि अब जल्द ही जर्जर सड़क से मुक्ति मिलेगी। लेकिन फिलहाल सड़क निर्माण कार्य पर ग्रहण लगने से शहरवासी को फिर से जर्जर सड़क पर ही अभी कुछ महीने चलना पड़ेगा।

पहले एनएचएआई में थी सड़क :

पहले यह सड़क एनएचएआई में था। लेकिन एनएचएआई ने इस सड़क को छोड़ दिया। जिसके बाद यह सड़क पीडब्लूडी में आते ही सड़क निर्माण कार्य की योजना बनाई गई।

संवेदक को टेंडर कमेटी का निर्णय आर्डर नहीं मिला है। चुनाव के कारण टेंडर कमेटी की बैठक नहीं हो पाई थी। वर्क आर्डर नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य अबतक शुरू नहीं किया जा रहा है। टेंडर कमेटी की बैठक होने व संवेदक को वर्क आर्डर दिये जाने के बाद ही कार्य शुरू होगा।

एस.एस.दास, सहायक अभियंता, पीडब्ल्यूडी

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