ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार सहरसाआवारा जानवरों का ‘अभयारण्य बना है सदर अस्पताल

आवारा जानवरों का ‘अभयारण्य बना है सदर अस्पताल

सूअरों पर नियंत्रण की तमाम कोशिश फेल है। सदर अस्पताल परिसर कुल मिला कर सूअरों सहित आवारा जानवरों का अभयारण्य बन गया है। परिसर में खुलेआम सूअरों के मंडराने से मरीजों सहित परिजनों की जान सांसत में...

आवारा जानवरों का ‘अभयारण्य बना है सदर अस्पताल
हिन्दुस्तान टीम,सहरसाThu, 13 Dec 2018 12:07 AM
ऐप पर पढ़ें

सूअरों पर नियंत्रण की तमाम कोशिश फेल है। सदर अस्पताल परिसर कुल मिला कर सूअरों सहित आवारा जानवरों का अभयारण्य बन गया है। परिसर में खुलेआम सूअरों के मंडराने से मरीजों सहित परिजनों की जान सांसत में रहती है।

आवारा पशुओं के आवाजाही पर कोई रोक-टोक नहीं है। यत्र-तत्र मंडराते आवारा कुत्ते और सूअरों से जहां संक्रमण का खतरा रहता है वहीं ये मरीजों को कई तरह से नुकसान पहुंचाते हैं। गत 24 अक्टूबर को नवजात के शव को मुंह में दबाए एक सूअर ने अस्पताल परिसर में घंटों धमाचौकड़ी मचाई थी। इस वाकया के मीडिया की सुर्खियों में आने से अस्पताल प्रबंधन की काफी फजीहत हुई थी। जिला प्रशासन ने भी संज्ञान लेते सदर एसडीओ शम्भूनाथ झा को जांच के लिए अस्पताल भेजा था। जायजा लेने के बाद एसडीओ ने आवारा पशुओं की आवाजाही को रोकने संबंधी अस्पताल प्रबंधन को कई सुझाव देते हुए सुरक्षाकर्मियों को खुले गेटों पर तैनाती का निर्देश दिया था। चंद दिनों की मुस्तैदी के बाद अस्पताल की व्यवस्था फिर पुराने ढर्रे पर लौट आयी। आवारा पशुओं को अस्पताल के किसी भाग में सरेआम विचरण करते देखा जा सकता है।

परिजनों को रखनी पड़ती है विशेष नजर : बुधवार को अस्पताल के प्रसव वार्ड के आगे सर्द मौसम में धूप सेंक रहे मरीज व परिजन आसपास मंडरा रहे सूअरों से परेशान नजर आए। परिजनों ने बताया कि खाने की तलाश में ये आवारा पशु मरीज तथा नवजात को नुकसान पहुंचाने की कोशिश से बाज नहीं आते। इस कारण मरीजों की सुरक्षा का हमें विशेष तौर पर ध्यान रखना पड़ता है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें