कचहरी ढाला व सुलिन्दाबाद तक सहरसा रेलवे यार्ड का होगा विस्तार
सहरसा स्टेशन पर रेलवे यार्ड का विस्तार किया जाएगा, जिससे इसकी लंबाई 6 किमी से अधिक हो जाएगी और ट्रैक की संख्या 29 होगी। नए प्लेटफार्म और रेललाइनों का निर्माण किया जाएगा, जिससे ट्रेनों के संचालन में...

सहरसा, रंजीत। सहरसा स्टेशन से कचहरी ढाला और सुलिन्दाबाद तक रेलवे यार्ड का विस्तार होगा। वर्तमान में सहरसा स्टेशन का रेलवे यार्ड वाशिंग पिट और गंगजला ढाला से पहले तक में ही सिमटा है। विस्तार के बाद सहरसा यार्ड की लंबाई बढ़कर 6 किमी से अधिक हो जाएगी। वहीं रेललाइनों की संख्या बढ़कर 29 हो जाएगी। रेललाइन 125 मीटर से लेकर 750 मीटर लंबाई के होंगे। पटना, बरौनी की तरह विशाल यार्ड विकसित होने पर सहरसा में ट्रेनों को चलाने और रखने के लिए पर्याप्त जगह हो जाएगी। जगह की कमी के कारण ट्रेनें बढ़ाने, आउट साइड करने सहित अन्य तरह की समस्याएं दूर होगी। रेलवे बोर्ड से स्वीकृत यार्ड रिमॉडलिंग कार्य के बाद सहरसा स्टेशन का स्वरूप बदल जाएगा। वर्तमान में सहरसा स्टेशन पास स्थित मालगोदाम की लाइन नंबर 5 और 6 रेललाइन नंबर 1 व 2 हो जाएगी। लाइन नंबर 6 पास प्लेटफार्म नंबर एक रहेगा, जो नया बनेगा। वहीं वर्तमान में स्थित प्लेटफार्म नंबर एक प्लेटफार्म दो हो जाएगी और यहां की लाइन नंबर एक लाइन नंबर तीन हो जाएगी। लाइन नंबर 2 लाइन नंबर 4, लाइन नंबर तीन लाइन नंबर 5 और लाइन नंबर चार लाइन नंबर 6 हो जाएगी। प्लेटफार्म 2 और 3 पर स्थित कार्यालयों को नए स्टेशन बिल्डिंग में शिफ्ट करते यहां 720-720 मीटर लंबी नई रेललाइन का निर्माण किया जाएगा। जो रेललाइन नंबर 7 और 8 कहलाएगा। नई रेललाइनों के साथ-साथ दो नए प्लेटफार्म का निर्माण किया जाएगा, जो प्लेटफार्म तीन व चार कहलाएगी। उसके बाद की रेललाइनें और प्लेटफार्म यथावत रहेगी, सिर्फ उसका नंबर बदल जाएगा। मालगोदाम स्थित रेललाइनों को विस्तार देकर 550-550 मीटर लंबा बनाया जाएगा और यहां से डेमू, मेमू जैसी पैसेंजर ट्रेनें चलाई जाएगी। वहीं वर्तमान में मौजूद प्लेटफार्म नंबर एक के अंतिम छोर मानसी तरफ में 135 मीटर लाइन बिछाई जाएगी, जो लाइन नंबर 17 होगा। उस पर आलाधिकारियों का विशेष निरीक्षण ट्रेन रखा जाएगा।
दस नंबर लाइन को आगे बढ़ाते दो छोटी लाइन बनाई जाएगी: दस नंबर की रेललाइन का विस्तार कर दो छोटी लाइनों का निर्माण किया जाएगा। जो 145-145 मीटर का होगा। 15 और 16 नंबर की नई लाइनों पर ट्रैक मशीन सहित अन्य मशीनें रखी जाएगी।
गंगजला रैक प्वाइंट पर लाइन नंबर 12 से 14 तक रहेगी: 125 मीटर लंबी लाइन गंगजला रैक प्वाइंट पर बिछाई जाएगी, जो लाइन नंबर 12 कहलाएगी। वहीं यहां वर्तमान में मौजूद रेललाइन को 156 मीटर बढ़ाकर लाइन नंबर 14 बनाया जाएगा। लाइन नंबर 13 गुड्स लाइन रहेगी जो 750 मीटर की रहेगी, जिस पर मालगाड़ी ली जाएगी।
टावर वैगन, मेडिकल भान व एआरटी रखने को भी बिछेगी लाइन: 72 मीटर की लाइन नंबर 18 होगी, जिस पर टावर बैगन को रखा जाएगा। वहीं टीआरडी बिल्डिंग के दक्षिण तरफ 214-214 मीटर लाइन बिछाई जाएगी, जो लाइन नंबर 19 व कहलाएगी और यहां मेडिकल भान, एआरटी आदि रखे जाएंगे।
सर्वा ढाला व सुलिन्दाबाद के बीच बिछेगी कई लाइनें: सर्वा ढाला फाटक संख्या 30 और सुलिन्दाबाद फाटक संख्या 29 के बीच 750-750 मीटर की दो नई रेललाइनों का निर्माण होगा, जो लाइन नंबर 21 व 22 कहलाएगी। वहीं पूरब तरफ 851 मीटर की स्टेबलिंग लाइन बिछाई जाएगी, जो लाइन नंबर 23 कहलाएगी। संटिंग नेक 915 मीटर की बिछेगी, जो लाइन नंबर 24 कहलाएगी। सात-सात सौ मीटर की दो और स्टेबलिंग लाइन का निर्माण होगा, जो लाइन नंबर 25 व 26 होगी। सिक लाइन में 92, 81 और 119 मीटर की लाइन रहेगी, जो लाइन नंबर 27, 28 व 29 होगी। शिफ्ट होकर सर्वा ढाला तरफ बनने वाले मालगोदाम की लाइन का नंबर 21 और 22 रहेगा। प्रस्तावित मानसी-सहरसा रेल दोहरीकरण का ख्याल रखते यार्ड रिमॉडलिंग के तहत रेललाइनों का जाल बिछाया जाएगा, जिससे लिंक करने में कोई परेशानी नहीं आए।
लाइन नंबर 11 को 12 से किया जाएगा लिंक: लाइन नंबर 11 को 12 से लिंक किया जाएगा। लाइन 11 के 12 से जुड़ने पर मानसी तरफ से ट्रेन इस लाइन पर आएगी व जाएगी। अभी इस लाइन का उपयोग मानसी से आने और उधर जाने के लिए ट्रेनों के परिचालन में नहीं किया जा सकता है। इससे मानसी रूट की ट्रेनों को लेने और चलाने के लिए अतिरिक्त लाइन मिल जाएगी।
पुराना एफओबी टूटेगा: सहरसा स्टेशन पर स्थित तीन मीटर चौड़ा सबसे पहले बनने वाला पुराना फुट ओवरब्रिज टूटेगा। उस जगह का उपयोग प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 के बीच बनने वाली दो नई रेललाइनों और नए प्लेटफार्मों के लिए किया जाएगा।
कहते हैं अधिकारी: 160 करोड़ स्वीकृत राशि से सहरसा में यार्ड रिमॉडलिंग कार्य किया जाएगा। उसके तहत नई रेललाइनों, प्लेटफार्मों के निर्माण सहित जरूरी अन्य महत्वपूर्ण कार्य किए जाएंगे। इससे ट्रेनों का परिचालन सुलभ होगा और कन्जेशन की समस्याएं दूर होगी।
विनय श्रीवास्तव, डीआरएम समस्तीपुर मंडल
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।