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बनमा ईटहरी में करोड़ों की राशि की हेराफेरी

बनमा ईटहरी प्रखंड कार्यालय की सरकारी खाते से करोड़ों रुपये की हेराफेरी का मामला सामने आया है। हेराफेरी करने वालों में आम आदमी से लेकर सरकारी कर्मियों व पदाधिकारी तक शामिल हैं। जिनकी संख्या करीब सौ के...

बनमा ईटहरी में करोड़ों की राशि की हेराफेरी
हिन्दुस्तान टीम,सहरसाSun, 09 Aug 2020 03:37 AM
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बनमा ईटहरी प्रखंड कार्यालय की सरकारी खाते से करोड़ों रुपये की हेराफेरी का मामला सामने आया है। हेराफेरी करने वालों में आम आदमी से लेकर सरकारी कर्मियों व पदाधिकारी तक शामिल हैं। जिनकी संख्या करीब सौ के आसपास है।

ये लोग करीब ढाई करोड़ की राशि का चूना लगा घर बैठे हैं या फरार हैं। ऐसे कर्मियों व पदाधिकारी पर राशि गबन की प्राथमिकी दर्ज करवाने के बजाय उन्हंे अग्रिम निकाली गई राशि को समायोजन करने के लिए पत्राचार किया जा रहा है। हेराफेरी करने वालो में सबसे ज्यादा अग्रिम रुपये उठाने वालों में पंचायत सचिव अव्वल दर्जे में हंै। किसी पंचायत सचिव के पास 73 लाख तो किसी के पास 60 लाख रुपये के आसपास है। प्रखंड कार्यालय के द्वारा सामान्य अग्रिम, योजना अग्रिम तथा अन्य अग्रिम राशि उठाने वालो के विरुद्ध दिसम्बर 2019 को नोटिस जारी किया गया था। इसमें कहा गया था कि प्राप्त अग्रिम राशि को आपके द्वारा अब तक समायोजन नहीं कराया गया है, जो कि वित्तीय अनियमितता को दर्शाता है। पत्र प्राप्ति के एक सप्ताह के अंदर प्राप्त अग्रिम राशि का समायोजन करवाना सुनिश्चित करें। अन्यथा बाध्य होकर आपके विरुद्ध सरकारी राशि गबन का मामला दर्ज कराया जाएगा। नोटिस जारी होने के बाद भी अबतक एक लोगों ने भी राशि समायोजन नहीं किया है।

क्या है नियम : सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार अग्रीम राशि उठाव कर काम नहीं होने पर कुछ समय के बाद अगर उनके द्वारा समायोजन विभाग के कार्यालय में नहीं किया जाता है तो उस विभाग के पदाधिकारी के द्वारा समायोजन करने के लिए मौखिक रूप से कहने के बाद लिखित रूप में नोटिस जारी किया जाता है। इसके बाद भी संज्ञान नहीं लेने पर दूसरी व तिसरी नोटिस जारी किया जाता है। इस पर भी संज्ञान नहीं लेने पर अंत में सार्टिफिकेट केस दर्ज कराया जाता है।

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