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मई के मध्य में कोसी नदी में उतरा लाल पानी, लोग बाढ़ की आशंका से डरे

एक ओर जहां कोरोना महामारी को लेकर देश भर में लॉकडाउन लगा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कोसी नदी में लाल पानी ने आकर बाढ़ का दस्तक देना शुरू कर दिया है। कोसी में लाल पानी उतरने को कोसी क्षेत्र के लोग बाढ़ आने...

एक ओर जहां कोरोना महामारी को लेकर देश भर में लॉकडाउन लगा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कोसी नदी में लाल पानी ने आकर बाढ़ का दस्तक देना शुरू कर दिया है। कोसी में लाल पानी उतरने को कोसी क्षेत्र के लोग बाढ़ आने...
1/ 2एक ओर जहां कोरोना महामारी को लेकर देश भर में लॉकडाउन लगा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कोसी नदी में लाल पानी ने आकर बाढ़ का दस्तक देना शुरू कर दिया है। कोसी में लाल पानी उतरने को कोसी क्षेत्र के लोग बाढ़ आने...
एक ओर जहां कोरोना महामारी को लेकर देश भर में लॉकडाउन लगा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कोसी नदी में लाल पानी ने आकर बाढ़ का दस्तक देना शुरू कर दिया है। कोसी में लाल पानी उतरने को कोसी क्षेत्र के लोग बाढ़ आने...
2/ 2एक ओर जहां कोरोना महामारी को लेकर देश भर में लॉकडाउन लगा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कोसी नदी में लाल पानी ने आकर बाढ़ का दस्तक देना शुरू कर दिया है। कोसी में लाल पानी उतरने को कोसी क्षेत्र के लोग बाढ़ आने...
हिन्दुस्तान टीम,सहरसाMon, 18 May 2020 11:05 PM
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एक ओर जहां कोरोना महामारी को लेकर देश भर में लॉकडाउन लगा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कोसी नदी में लाल पानी ने आकर बाढ़ का दस्तक देना शुरू कर दिया है। कोसी में लाल पानी उतरने को कोसी क्षेत्र के लोग बाढ़ आने की आहट मानते हैं।

करीब 10 दिन पूर्व भी लाल पानी आया था, फिर रविवार को भी लाल पानी कोसी नदी में दिखा। इस दौरान कोसी नदी के पानी में उतार चढ़ाव शुरू होने की जानकारी लोगों द्वारा दी जा रही है। तटबंध के अन्दर बसे गांव में बसे लोगों को अभी से ही कटनियां एवं विस्थापन का भय सताने लगा है। इस वर्ष ग्राम सुरक्षात्मक कार्य में हो रहै विलंब को लेकर ग्रामीण चिंतित हैं। लोगों ने बताया कि इस वर्ष ग्राम सुरक्षा योजना के तहत सभी संवेदनशील स्थलों पर बम्बू पाईिंलग का कार्य करवाया गया है, जो बाढ़ के समय के लिए पूर्ण सुरक्षित नहीं है। इधर दूसरी ओर प्रखण्ड के विभिन्न स्कूलों में बाहर से अपने गांव लौट रहे प्रवासी मजदुरों के लिए में क्वारंटाइन सेन्टर बनाया गया है। यदि सम्भावित बाढ़ आने तक क्वारण्टाइन सेन्टर चलता रहा तो बाढ़ के दौरान आश्रय स्थल की तलाश में प्रशासन को परेशानी उठानी पड़ सकती है।

अभियंताओं ने कटाव निरोधी कार्य का किया निरीक्षण: सोमवार को जल संसाधन विभाग के चन्द्रायण डिवीजन के कार्यपालक अभियंता मो. सईद अहमद ने कुंदह में चल रहे कटावरोधी कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संवेदक को आवश्यक निर्देश दिया।राजद नेता मो. अब्दुर्रज्जाक उर्फ औरंग ने अभियन्ता से मिलकर गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने का आग्रह किया। मौके पर पूर्व मुखिया सुनील कुमार, अतहर अली, मो. कलाम हरिकीर्तन दास सहित अन्य मौजूद थे।

30 मई तक कटाव निरोधी कार्य पूर्ण करने का दावा: कोसी बाढ़ के मद्देनजर जल संसाधन विभाग के द्वारा करोड़ों की लागत से कटाव निरोधी कार्य को शुरू कर दिया गया है। कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन के कारण कार्य को बंद कर दिया गया था। लेकिन अब विभाग के निर्देश पर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए कार्य को शुरू कर दिया गया है। विभाग ने तीस मई तक सभी कार्य को पूर्ण करने का दावा किया है। समय से पूर्व काम पूरा करने को लेकर कार्य में गति लायी गई है। खासकर तटबंध के अंदर स्थित कुन्दह स्कूल व गांव सति महिषी, नवहट्टा, सलखुआ के 11 विभिन्न गांवों में होने वाले कोसी से कटाव से बचाव के लिए ग्राम सुरक्षा तहत बांस पाइलिंग व जीओ बैग का भी कार्य चल रहा है। इन योजनाओं पर लगभग चार करोड़ से अधिक राशि खर्च होगी। पूर्वी कोसी तटबंध के विभिन्न तीन बिन्दुओं पर कटाव से बचाव के लिए परकोपाइन सहित बेडवार बिछाने का भी कार्य किया जा रहा है। हालांकि विभाग के द्वारा कटाव निरोधी कार्य के लिए 15 मई तक कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया था लेकिन लॉकडाउन के समय पर कार्य शुरू नहीं किया गया था। लेकिन विभाग के निर्देश के बाद कार्य को चालू कर दिया गया है। पिछले वर्ष ग्राम सुरक्षा का कार्य नहीं हुआ था। जलसंसाधन विभाग के अभियंता के अनुसार राशि के अभाव में कार्य नहीं किया गया था। जिससे कई गांव कटाव के कगार पर है। इस वर्ष कटाव रोकने के लिए बांसपाइलिंग व जीओ बैग से स्लोप बनाने का कार्य किया जाना है।

कहते हैं कार्यपालक अभियंता : चंद्रायण डिवीजन के कार्यपालक अभियंता मो. सईद अहमद कहना है कि कटाव निरोधी कार्य को शुरू कर दिया गया है। कोसी नदी से होने वाले कटाव से बचाव के लिए ग्राम सुरक्षात्मक कार्य भी शुरू कर दिया गया है। 30 मई तक कार्य पूरा कर ली जाएगी।

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