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2020 तक जिलेवासियों को शुद्ध पेयजल

जिले के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए दो तरह की योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। संभवत 2020 में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा। मुख्यमंत्री सात निश्चय...

2020 तक  जिलेवासियों को शुद्ध पेयजल
हिन्दुस्तान टीम,सहरसाThu, 08 Aug 2019 11:40 PM
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जिले के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए दो तरह की योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। संभवत 2020 में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा। मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना तहत ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल के लिए 3 सौ 87 करोड़ 93 लाख की योजना संचालित है। जिससे जिले के दस प्रखंडों के लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराया जाएगा। जिसमें 250 योजनाओं के लिए टेंडर निकला गया है।

पहले फेज में 747 वार्डों में दस हजार लीटर वाली टंकी लगाया जाना है। पांच वर्षों तक संवेदक द्वारा देखरेख करते लोगों को नियमित शुद्ध जल देने की जिम्मेदारी होगी। इधर शहर में दो योजना से 116 करोड़ खर्च कर शहरवासी को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए कार्य चल रहा है। हालांकि अप्रैल 19 में ही समय सीमा सीमा ख्तम हो गई। लेकिन अभी तक शहर के किसी भी घर में पानी उपलब्ध नहीं करवाया गया है।

शहर के 40 वार्डों में जमीन के अंदर पाइप बिछाने का कार्य भी अधूरा है। शहर में 189 किमी पाइप बिछाने की योजना में मात्र 62 किमी तक ही बिछाई पाइप गई है। शहर में 28369 घरों में कनेक्शन देने का लक्ष्य है जबकि अबतक 88 सौ घरों में ही कनेक्शन दिया है। कार्य की मंद गति को देख अब अगले वर्ष ही शहरवासियों को शुद्ध जल मिलने की आशा है। शहरी क्षेत्र में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना से 24 करोड़ 10 लाख की लागत से एक लाख गैलन क्षमता वाले सदर अस्पताल समीप एवं पूरानी जेल समीप दो पानी टंकी का निर्माण किया जा गया है।

वहीं इस योजना से वार्ड 1 से 10 एवं 20 से 27 वार्ड के लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया करने के लिए 52 किमी पाइप बिछाकर सभी वार्ड के विभिन्न जगह पोस्ट भी बनाई जा चुकी है। जनवरी से इन वार्डों में पानी सप्लाई शुरू होना था। लेकिन स्थिति यह है कि बिछाये गये पाइप में पानी सप्लाई कर चेकिंग भी नही की गई है।

इधर बिहार राज्य जल पार्षद से अमृत पेयजल योजना तहत 92 करोड़ की लागत से शहर के सभी घरों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की योजना बनी। अमृत पेयजल योजना का कार्य शुरू होने पर मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना से बनी योजना को भी अमृत पेयजल योजना में जोड़ दिया गया। अमृत पेयजल योजना से दो लाख गैलन की छह और पानी टंकी का निर्माण कार्य की योजना है।

25 करोड़ से अधिक राशि का हो चुका उठाव : शहर में शुद्ध जल मुहैया कराने के निर्माण कार्य का जिम्मा नालंदा इंजीकोन कंपनी को दिया गया है। सूत्रों के अनुसार अमृत पेयजल योजना मद में लगभग 25 करोड़ से अधिक राशि का उठाव भी हो चुका है। संवदेक को कार्य कर पांच वर्षो तक शुद्धपेय जल उपलब्ध कराना है।

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