ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार सहरसापांच वर्ष बाद भी पुल व पहुंच पथ नहीं

पांच वर्ष बाद भी पुल व पहुंच पथ नहीं

बनमा ईटहरी प्रखंड के सहुरिया पंचायत अंतर्गत तरहा नदी पर तरहा-सहुरिया गांव के बीच बीते 5 वर्षो में भी पुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। विडंबना यह है कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही तथा...

पांच वर्ष बाद भी पुल व पहुंच पथ नहीं
हिन्दुस्तान टीम,सहरसाSat, 23 Nov 2019 09:40 PM
ऐप पर पढ़ें

बनमा ईटहरी प्रखंड के सहुरिया पंचायत अंतर्गत तरहा नदी पर तरहा-सहुरिया गांव के बीच बीते 5 वर्षो में भी पुल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। विडंबना यह है कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही तथा संवेदक की मनमानी के कारण बीते 5 साल में भी पुल का कार्य पूर्ण नहीं होने से आवागमन के लिए लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

संवेदक कामकाज ठप कर सभी सामान लेकर कार्य स्थल से गायब हो गया है। जबकि निर्माणाधीन पुल का कार्य तो हो गया है सिर्फ दोनों छोड़ पर पहुंच पथ का बनाया जाना है। फिर भी दोनों छोड़ पर पहुंच पथ बनाने के लिए संवेदक को करीब छह माह का समय लग गया है। अर्थात पुल का निर्माण करीब छह माह पहले कर दिया गया। पहुंच पथ बनाने के लिए छह माह का वक्त यूं ही गुजार दिया गया और एक इंच भी काम आगे नहीं खिसक पाया है। जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी चिंता न तो विभाग के अधीकारी को है और न ही संवेदक को। लिहाजा ग्रामीण थोड़ी दूरी तय करने के घंटो समय बीता लंबी दूरी तय कर पड़ोस के एक गांव से दूसरे गांव जाने-आने को विवस हो रहे हैं।

दो गांवो का मिलन अब भी सपना लग रहा : अब तक पुल के नहीं बनने से आजादी के बाद से अब भी दो गांवो सहुरिया और तरहा के बीच का मिलन एक सपना ही बना हुआ है। जबकि पुल के बन जाने से उन दोनों गांव का सपना साकार हो जाएगा। गांव वालों में खुशियों का माहौल बन जाएगा।

पुल के नहीं बनने से पल भर की दूरी काफी लंबी गुजर रही है : नदी पर पुल नहीं बनने के कारण दोनों गांव वालों को एक दूसरे गांव जाने आने के लिए 5 मिनट के समय में डेढ़ से 200 मीटर की दूरी की सफर करने के बजाय उसे 1 घंटे का समय व 6 से 7 किलोमीटर की दूरी का अतिरिक्त सफर करना मजबूरी बना हुआ है। जिससे समय व ईंधन की बर्बादी होती है।

कहते हैं ग्रामीण : ग्रामीण इफ्तेखार आलम, मो मसले, मोरुष्तम, मो उमर, सनोवर, मो क्यूम, नाजीम, अरसद, आफताब, इंदल सादा सहित अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार के द्वारा एक तो पुल निर्माण कार्य में काफी अनियमितता बरती गई है। जिसमें गुणवत्ता का काफी अभाव है। वहीं निर्माण कार्य पिछले 5 वर्षों से लटका हुआ है। जल्द कार्य को पूर्ण नहीं किया जा रहा है। जिससे परेशानी बनी हुई है। इसके अलावे विभाग के कोई भी कर्मी निर्माण कार्य के दौरान नजर नहीं आ रहे थे और न हीं अब आ रहे हैं। वहीं ग्रामीणों के द्वारा विभागीय पदाधिकारी से इस दिशा में पहल करते हुए पुल व पहुंच पथ का जल्द निर्माण कार्य पूर्ण कराने की मांग की गयी है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें