सहरसा में काम के लिए बाहर निकल रहे होम क्वारंटाइन के मरीज
सहरसा जिले में होम क्वारंटाइन में रह रहे कई गरीब मरीज काम की तलाश में तो कई लापरवाही व अज्ञानता के कारण बाहर निकल रहे हैं। इन्हें देखने में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन शिथिलता बरत रहा है। इसके...
सहरसा जिले में होम क्वारंटाइन में रह रहे कई गरीब मरीज काम की तलाश में तो कई लापरवाही व अज्ञानता के कारण बाहर निकल रहे हैं। इन्हें देखने में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन शिथिलता बरत रहा है। इसके कारण खासकर शहरी क्षेत्र में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। सब्जी वाले, फेरीवाले और गरीब तबके के व्यक्ति अपनी मजबूरी के कारण संक्रमित होने के बावजूद काम पर निकल जाते हैं।
भले ही स्वास्थ्य विभाग, शासन प्रशासन संक्रमित लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह देता है लेकिन ऐसे कई लोग भी हैं, जिनके घर इतने छोटे हैं कि उनके घरों में क्वारंटाइन के मानकों को पूरा करने में परिवार सक्षम नहीं है। रोज कमाकर खाने वाले गरीब परिवारों के स्तर पर मानकों का पालन कराना कठीन है।
होम क्वारंटाइन में रहने की कोई बाध्यता नहीं: सिविल सर्जन डॉ. अवधेश कुमार ने बताया कि जो लोग होम क्वारंटाइन चाहते हैं, उन्हें इसकी अनुमति दी जाती है। सरकार द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए होम क्वारंटाइन को बेहतर उपाय माना गया है। वैसे लोग जो होम क्वारंटाइन में सक्षम नहीं हैं या होम क्वारंटाइन में नहीं रहना चाहते हैं उनके लिए आइसोलेशन सेंटर भी बना हुआ है। जहां वे रह सकते हैं। होम क्वारंटाइन में रहने की कोई बाध्यता नहीं है। यह लोगों को सुविधा दी गई है।
मास्क पहनने के प्रति लोगों में जागरूकता नहीं : लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बावजूद लोगों में मास्क पहनने के प्रति जागरूकता में काफी कमी देखी जा रही है। सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन वाले इलाके में भी लोग लापरवाह रहते हैं। हालांकि होम कोरोनटांयन से बाहर रहने वाले लोगों के खिलाफ प्रशासन की सख्ती की जा रही है। अबतक आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। सदर एसडीओ शंभूनाथ झा, सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी लगातार कंटेनमेंट जोन और क्वारंटाइन व्यक्ति के खिलाफ नजर रखने के लिए निरीक्षण करते हैं। एसपी राकेश कुमार के निर्देश पर सदर थाना की टीम भी कार्यरत है। अभी तक सात सौ व्यक्ति होम क्वारंटाइन में रह रहे हैं। लोगों से नियम का पालन करने की अपील की जा रही है।
औसतन हर रोज 77 नये कोरोना पॉजिटिव : जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते सात दिनों की जांच रिपोर्ट के अनुसार जिले में 542 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। औसतन प्रतिदिन 77 नये मरीज मिल रहे हैं। तीन अगस्त को 31, चार को 79, पांच को 104, छह को 79, सात को 80, आठ को 104 और नौ अगस्त को 75 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। अभी तक 25 हजार से अधिक का सैंपल लिया गया है।