ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार सहरसासहरसा में कोहरे व सर्द हवा ने बढ़ाई परेशानी

सहरसा में कोहरे व सर्द हवा ने बढ़ाई परेशानी

सहरसा, नगर संवाददाता। दिनभर बादल छाए रहने और सर्द हवा ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है। डिंभए लोगों को सूरज के दर्शन नहीं हुए। ठंडी हवा के करण तापमान में भी गिरावट हुई। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान पिछले...

सहरसा में कोहरे व सर्द हवा ने बढ़ाई परेशानी
हिन्दुस्तान टीम,सहरसाSun, 16 Feb 2020 05:39 PM
ऐप पर पढ़ें

सिमरी बख्तियारपुर, एक संवाददाता। अनुमंडल के कांठो बलबाहाट स्थित प्रसिद्ध बाबा मटेश्वर धाम की महिमा अपरंपार है। यहां भक्तिभाव से मांगी जाने वाली हर मुराद पूरी होती है। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर कांठो बलवाहाट स्थित मंदिर में व्यापक तैयारी की जा रही है। इस अवसर पर पहली बार दो दिवसीय मटेश्वर महोत्सव का भी आयोजन किया गया है। मटेश्वर मंदिर एवं परिसर को रंग रोगन, सुसज्जित एवं लाइटिंग व्यवस्था कार्य कर नया लुक दिया जा रहा है।

बिहार का बाबाधामः मटेश्वर धाम मंदिर बिहार के बाबा धाम का रूप लेने लगा है। यहां प्रति वर्ष सावन के सोमवारी एवं भादो मास के रविवार को लाखो श्रद्धालु जलाभिषेक करने आते हैं। इसके अलावा महाशिवरात्रि सहित अब प्रत्येक दिन श्रद्धालुओं की भीड़

बाबा के दर्शन के लिए जुटती हैं। सहरसा जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर एवं सिमरी बख्तियारपुर रेलवे स्टेशन से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मटेश्वरधाम में उमड़ रही भीड़ के कारण यह शिवलिंग दिन प्रतिदिन आस्था का प्रमुख केन्द्र बनता जा रहा है।

अनोखा शिवलिंगः किवदंतियों के अनुसार कांठो स्थित बाबा मटेश्वरधाम का अनोखा शिवलिंग है, जो स्वयं अंकुरित है। पुरातत्वविदों के अनुसार शिवलिंग 14 वीं शताब्दी की बतायी जाती है। समतल जमीन से 30 से 40 फीट उंचे टीले पर स्थापित काले रंग के पत्थर के शिवलिंग की मोटाई करीब 4 फीट तथा ऊंचाई ढ़ाई फीट है। शिवलिंग के चारों तरफ एक इंच की चौड़ाई में खाली स्थान है। गर्मी के मौसम में खाली स्थान पानी से लबालब भरा रहता है। जबकि बरसात में इसका जलस्तर काफी नीचे चला जाता है। वर्ष 2003 में शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने इस शिवलिंग का दर्शन कर कहा था कि ऐसा अद्भूत शिवलिंग मैंने पहली बार देखा है। बताया जाता है कि यह मंदिर पत्थर से निर्मित था। अभी भी मंदिर परिसर में इसका अवशेष पड़ा हुआ है।

पुरातत्व विभाग स्पष्ट की थी, पौराणिकताःवर्ष 2007 में पुरातत्व विभाग के निदेशक डा. फनीकांत मिश्र द्वारा मटेश्वरधाम का भ्रमण करने के क्रम में मंदिर परिसर की खुदाई से निकले सामान देख आश्चर्य व्यक्त किया था। उन्होंने खुदाई में मिले भगवान शनि की मूर्ति को भारत का दूसरा मूर्ति बता कर इस मटेश्वरधाम को सेटेलाईट के माध्यम से भारत के मानचित्र पर लाने का आश्वासन दिया था। मंदिर परिसर के चारों तरफ जब समय समय पर खुदाई की गयी, तो पुरानी मूर्तियां पत्थर एवं अन्य निर्मित सामान मिले थे।

महाशिवरात्रि पर विशेष पूजा अर्चनाः महाशिवरात्रि के अवसर पर 21 फरवरी की दोपहर बाद विशाल झांकी, संध्या में दीपोत्सव, अलौकिक श्रृंगार पूजा अर्चना एवं रात्रि में मुंबई के नामचीन कलाकार राइजिंग स्टार सेलिब्रिटी एवं आकाशवाणी, दूरदर्शन कलाकार द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम का उद्घाटन मधेपुरा सांसद दिनेश चंद्र यादव करेंगे। वहीं 22 फरवरी को मिथिला स्टूडेंट यूनियन के दर्जनों कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं विशाल झांकी की प्रस्तुति दी जाएगी। रात में मटेश्वर धाम कांठो मंदिर मंगल गीत एवं शहनाई की गूंज के बीच शिव विवाह, रात में मटेश्वर बाबा की भव्य श्रृंगार पूजा, अर्चना एवं विवाह संबंधी रस्म अदा की जाएगी। ग्रामीण महिलाओं मंदिर परिसर में रात भर जागकर शिव पार्वती विवाह के गीतों से गूंजेगी।

क्या कहते हैं, न्यास समिति अध्यक्षःश्री श्री 108 मटेश्वर धाम न्यास समिति कांठो के नव पदस्थापित अध्यक्ष पूर्व विधायक अरुण कुमार कहते हैं, कि सदियों पुरानी बाबा मटेश्वर धाम के सौंदर्यीकरण की दिशा में पहल को प्राथमिकता दिया जा रहा हैं। जिसमें समाज के हर तबके के लोगों का सहयोग अपेक्षित है। इसे पर्यटन स्थल का दर्जा दिलाकर विकास करना हमारी प्राथमिकता है। सचिव जगधर यादव, रामावतार यादव, मुन्ना भगत, अरविंद यादव, पिंकू यादव, धर्मवीर सिंह, शबनम कुमारी, शिवेंद्र पोदार, सत्यनारायण सिंह व अन्य ने बताया कि मटेश्वर धाम का लगातार विकास किए जाने का सपना अब साकार रूप में देखने को मिलेगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें