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होम आइसोलेट मरीज घर से निकले तो प्राथमिकी

होम आईसोलेशनन में रहने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीज अपने घर से बाहर घूमते मिले तो उनपर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें कोविड आइसोलेशन केन्द्र में शिफ्ट कर दिया जाएगा। कोसी...

होम आइसोलेट मरीज घर से निकले तो प्राथमिकी
हिन्दुस्तान टीम,सहरसाWed, 05 Aug 2020 04:43 AM
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होम आईसोलेशनन में रहने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीज अपने घर से बाहर घूमते मिले तो उनपर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें कोविड आइसोलेशन केन्द्र में शिफ्ट कर दिया जाएगा। कोसी प्रमंडलीय आयुक्त के. सेंथिल कुमार ने इस संबंध में सख्त निर्देश जारी किया है।

आयुक्त ने कहा है कि घर से बाहर घुमने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीज के विरूद्ध एपेडेमिक एक्ट को सुसंगत धाराओं के तहत कड़ी कारवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराएं। कोरोना संक्रमित मरीज के घुमने से दूसरे लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। आयुक्त सदर अस्पताल स्थित कोविड जिला नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण करते हुए निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन मे रहने वाले पॉजिटिव मरीज स्वयं पर नियंत्रण रखें। बाहर निकलने से समुदाय मे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। होम आइसोलेशन मे रहने वाले मरीजों के आसपास के लोगों से अपील है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज के घरों से बाहर निकलने अथवा घरों के बाहर घूमते पाये जाने पर तुरंत जिला नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर पर सूचित करें। क

न्टेनमेंट जोन से कोरोना पॉजिटिव मरीज बाहर निकलते हैं या बाहर से आते हैं तो उनके विरूद्ध अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और थानेदार सख्त कानूनी कारवाई करें। अनिवार्य रूप में कनटेन्मेंट जोन मे रह रहे सभी व्यक्तियों की जांच करायें। बुजुर्गों, अशक्त, गर्भवती महिलाओं और बच्चों की जांच के लिए उस क्षेत्र मे कैम्प लगा स्वास्थ्य विभाग जांच करें।

डीएम कौशल कुमार ने आयुक्त को जानकारी देते कहा कि कोविड जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष 06478-222210 और टॉल फ्री नं.18003456633 के दस हंटिग लाईन पर तीन पालियों में प्रभारी पदाधिकारी, डॉक्टर सहित पर्याप्त संख्या में कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।

प्राप्त कॉल के आधार पर संबंधित को कोविड से संबंधित जानकारी, चिकित्सीय परामर्श और सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है। नियंत्रण कक्ष में स्थापित मेय आई हेल्प यू काउन्टर के माध्यम से भी परामर्ष उपलब्ध कराया जा रहा है। होम आईसोलेशन मे रहने वाले पॉजिटिव मरीजों की नियमित रूप से मॉनिटरिंग दूरभाष, वीडियो कॉलिंग, विडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से की जा रही है। कोविड मरीजों के लिए अलग से दो एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। बुधवार से दो मोबाईल मेडिकल वैन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर अधिक से अधिक कोविड संक्रमण जांच करायी जायेगी। मंगलवार को 18 एएनएम और पांच डॉक्टरों की संविदा पर नियुक्ति की जा रही है जिन्हें कोविड हेल्थ केयर केन्द्रों पर प्रतिनियुक्त किया जायेगा। आईसोलेशन वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं जिसके माध्यम से मरीज तुरंत डाक्टर से बात कर अपनी परेशानी कह सहायता प्राप्त कर सकते हैं। ऑक्सीजन सिलिन्डर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। अभी तक किसी मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं पड़ी है। जरूरत पर तुरंत ऑक्सीजन की व्यवस्था की जायेगी। आयुक्त ने कोविड नियंत्रण कक्ष मे आये कॉल पंजियों का अध्ययन किया। उपस्थित चिकित्सकों से उनके द्वारा दी जा रही चिकित्सीय परामर्श के संबंध में जानकारी ली। मेय आई हेल्प यू काउन्टर के आगे धूप से बचाव के लिए शेड लगाने के निर्देष दिये। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के दिषानिर्देष के आलोक मे सभी जिला में कोविड मेडिकल नियंत्रण कक्ष संस्थापित की गई है। संवदेनशल समूहों यथा बुजुर्ग, महिलाएं बच्चे एवं अषक्तजन जो अस्पताल आने मे असमर्थ है उन्हें कोविड मेडिकल नियंत्रण कक्ष के माध्यम से चिकित्सीय परामर्ष, सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है। अधिक परेषानी होने पर एम्बुलेंस के द्वारा लाकर डेडिकेटेड कोविड हेल्थ केयर केन्द्रों पर उनके लिए समुचित इलाज की व्यवस्था की गई है। कोशी प्रमंडल के तीनों जिलों में लॉक डाउन को सख्ती से लागू किया गया है। अभी स्थिति नियंत्रण में है। उनके साथ सचिव रामेश्वर पांडेय, सदर एसडीओ शंभूनाथ झा, स्थापना उप समाहर्ता रविन्द्र कुमार, एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी, डीएस एस पी विश्वास, डीपीएम विनय रंजन सहित अन्य थे।

कोसी प्रमंडल में हैं 278 कंटेन्मेंट जोन : कोसी प्रमंडल में वर्तमान में मौजूद 278 कंटेन्मेंट जोन में सख्ती से प्रावधानों का पालन कराने का आयुक्त ने निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या मे बढोत्तरी नहीं हुई है। वर्तमान में 1056 सक्रिय पॉजिटिव मरीज है। अभी प्रमंडल अंतर्गत प्रतिदिन लगभग 3000 सैम्पल जांच की जा रही है। जांच को अधिक से अधिक बढाने की कार्रवाई की जा रही है।

मोबाइल कोविड टेस्टिंग वैन पहुंचकर करेगी जांच : आयुक्त ने कहा कि मोबाईल कोविड टेस्टिंग वैन के माध्यम से भी जांच शुरू की जा रही है। जितना अधिक जांच होगा इससे अधिक पॉजिटिव मामले प्रकाश में आयेंगे एवं इलाज के साथ-साथ संक्रमण के फैलने के रोकथाम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोसी प्रमंडल के तीनों जिलों यथा सहरसा मे 307, मधेपुरा में 191 एवं सुपौल मे 296 कुल 794 पॉजिटिव मरीज होम आइसोलेशन में है। वर्तमान में सहरसा में 78, मघेपुरा में 94 और सुपौल जिला में 108 कुल 278 कन्टेनमेंट जोन है।

1056 कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं तीनों जिले में: आयुक्त ने कहा सक्रिय पॉजिटिव मरीज सहरसा में 368, मघेपुरा में 299 एवं सुपौल जिला में 389 कुल 1056 हैं। पर्याप्त संख्या में कोसी प्रमंडल के तीनों जिलों में ट्रूनेट एवं रैपिड एंटीजन टेस्ट कीट उपलब्ध है।

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