नाले की उड़ाही कर सड़क पर छोड़ देते हैं कूड़ा
नाले की सफाई कर गीले कूड़े-कचरे को नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा सड़क पर ही छोड़ देने से आवागमन करने वाले लोगों को परेशानी होती...
नाले की सफाई कर गीले कूड़े-कचरे को नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा सड़क पर ही छोड़ देने से आवागमन करने वाले लोगों को परेशानी होती है।
नगर परिषद के कर्मचारी शहर स्थित नाले की सफाई तो करते हैं लेकिन कूड़े-कचरे को सड़क के किनारे ही छोड़ देते हैं। कुछ गीला कूड़ा पुन: नाली में ही गिर जाता है, जो बचता है वह सूखने के बाद सड़क पर फैल जाता है। सूखे कूड़े हवा के साथ उड़ते हैं। जो लोगों की सेहत के लिए ठीक नहीं है। उसकी दुर्गंध से आने जाने वाले लोग परेशान रहते हैं। गीला कूड़ा उठाव की योजना अबतक शुरू नहीं की गई है।
शहर के डीबी रोड, सराही, कायस्थटोला रोड, पूरब बाजार, गांधी पथ आदि जगहों पर नाले की उड़ाही कर गीला कूड़ा को सड़क पर ही छोड़ दिया गया है। लोगों का कहना है कि शहर के नालों की नियमित सफाई नहीं की जाती है। नाला फुल होने पर ही सफाईकर्मी नाले की उड़ाही करते हैं। नाला की उड़ाही कर सड़क पर ही कूड़ा को छोड़ देते है लोगों ने बताया कि नाले की सफाई कर कूड़े का उठाव किया जाना चाहिए। लेकिन नगर परिषद इस ओर ध्यान नहीं देता है। कई बार इसकी शिकायत भी की जा चुकी है। सराही से बेंगहा जाने वाली सड़क पर गीला कूड़ा रहने पर मो. फिरोज, जाकिर हुसैन, झगरू ठाकुर, वासूदेव मंडल, रामचंद्र प्रसाद आदि का कहना है कि कूड़ा से उठती बदबू से हमलोग परेशान रहते हैं। कूड़ा के सूखने पर धूल बनकर दुकान व मकान में प्रवेश करता है।
रुटीन के मुताबिक सफाई व्यवस्था हवा-हवाई : शहर में रुटीन के मुताबिक साफ-सफाई की व्यवस्था भी हवा हवाई साबित हो रही है। नगर परिषद ने नई व्यवस्था के तहत सुबह और शाम शहर सहित मोहल्लों में साफ-सफाई की योजना बनाई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रुटीन के अनुसार कहीं भी साफ-सफाई नहीं हो रही है। इस कारण शहर के मुख्य बाजार सहित गली मोहल्लों में कूड़े-कचरे का अंबार लगा रहता है।