
तेजस्वी के बगल में नहीं बैठे राहुल, खरगे को बैठाया; JDU के नीरज बोले- एक 420, दूसरे ED के आरोपी
संक्षेप: जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी के बगल में नहीं बैठकर राहुल गांधी ने अपमान किया है।
जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच दूरी बढ़ गई है। तेजस्वी यादव को राहुल गांधी अपने पास बैठाना भी नहीं चाहते क्योंकि तेजस्वी की छवि दागदार है। कांग्रेस नेता तेजस्वी के पॉलिटिकल मार्केटिंग को ध्वस्त करने में लगे हैं। जदयू प्रवक्ता ने महागठबंधन के ईबीसी घोषणा पत्र रिलीज के वीडियो का हवाला देकर तंज कसा है। बीजेपी के प्रेस पैनलिस्ट नीरज कुमार ने भी चुटकी ली है।

बुधवार को तेजस्वी यादव, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, मुकेश सहनी समेत महागठबंधन के नेताओं ने अतिपिछड़ा न्याय संकल्प उद्घोषणा की। इस दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बगल में नहीं बैठे। मंच पर तेजस्वी के बगल में उनके लिए जो कुर्सी रिजर्व की गयी थी। लेकिन राहुल गांधी ने उस कुर्सी पर मल्लिकार्जुन खरगे को बैठाया। खरगे पहले से मुकेश सहनी के बगल वाली कुर्सी पर बैठे थे। राहुल गांधी ने उन्हें वहां से उठाया और अपनी कुर्सी पर बैठाया। खुद खरगे की कुर्सी पर जाकर बैठ गए।
इस वीडियो पर सियासत गरमा गई है। जेडीयू ने इसे लपक लिया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा है कि तेजस्वी यादव फोर ट्वेंटी के आरोपी हैं तो राहुल गांधी भी ईडी के आरोपी हैं। दोनों को साथ बैठना चाहिए था। लेकिन नहीं बैठे इसका मतलब साफ है कि तेजस्वी यादव कितना भी जतन कर लें लेकिन कांग्रेस उनके पॉलिटिकल मार्केंटिंग को ध्वस्त करना चाहती है। आखिर क्या गुनाह है तेजस्वी यादव का? बिहार में राजद बड़ा दल है जिसके विधायक भी ज्यादा हैं। कांग्रेस घटक दल है। लालू जी विराजमान हैं पटना में। उनके बेटे को बगल में बैठाया नहीं जाता है। इससे बड़ा अपमान कुछ नहीं हो सकता।
इस घटना क्रम पर बीजेपी नेता नीरज कुमार ने कहा है कि दोनों के बीच दूरियां स्पष्ट हो रही हैं। राजद और कांग्रेस एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हैं। महागठबंधन में सत्तालोलुपता की लड़ाई में आपसी नूरा कुश्ती चल रही है। ये लोग बिहार में सरकार बनाने का जो सपना देख रहे हैं वह कभी पूरा नहीं होगा।
इस तस्वीर पर सियासत की बड़ी वजह यह है कि महागठबंधन में अभी तक सीएम फेस फाइनल नहीं हो पाया है। आरजेडी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का दावेदार करार दे चुकी है लेकिन कांग्रेस इस पर मुहर नहीं लगा रही। खुद राहुल गांधी ने इस सवाल को टाल दिया। अखिलेश सिंह तेजस्वी यादव के चीफ मिनिस्टर कैंडिडेट मानने लगे तो उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से साइड कर दिया गया। अल्लावारू, पप्पू यादव और अन्य केंद्रीय नेता भी कहते हैं कि बिहार की जनता सीएम का चुनाव करेगी।





