ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News बिहार पूर्णियात्योहार में छिनतई को लेकर कोढ़ा गैंग के तीन सौ सदस्य सक्रिय.

त्योहार में छिनतई को लेकर कोढ़ा गैंग के तीन सौ सदस्य सक्रिय.

देश के विभिन्न राज्यों के पुलिस के लिए सिरदर्द बना कटिहार जिला कोढ़ा जुराबगंज और रौतारा गिरोह के तीन सौ से अधिक पुरुष सदस्य देश के अलग-अलग राज्यों में छिनतई, चोरी और झपटमारने के लिए रवाना हो चुके हैं।...

त्योहार में छिनतई को लेकर कोढ़ा गैंग के तीन सौ सदस्य सक्रिय.
हिन्दुस्तान टीम,पूर्णियाFri, 30 Oct 2020 03:31 AM
ऐप पर पढ़ें

देश के विभिन्न राज्यों के पुलिस के लिए सिरदर्द बना कटिहार जिला कोढ़ा जुराबगंज और रौतारा गिरोह के तीन सौ से अधिक पुरुष सदस्य देश के अलग-अलग राज्यों में छिनतई, चोरी और झपटमारने के लिए रवाना हो चुके हैं। इस बात का खुलासा स्थानीय सीआईडी की टीम ने की है। कोढ़ा और रौतारा थाना की पुलिस भी स्थानीय स्तर पर इस गिरोह के सदस्यों की निगरानी के दौरान अधिकांश सदस्यों को घर से फरार पाया है। कटिहार एसपी के द्वारा कोढ़ा गिरोह की निगरानी के लिए 18 लोगों को चिह्नित कर उनका डॉजियर भी खोला है लेकिन इनमें से भी अधिकांश सदस्य त्योहार में आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए फरार हैं। सीआईडी की टीम ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर कोढ़ा गैंग को लेकर आगाह भी किया है। इसके बाद सभी जिले के एसपी ने सावर्जनिक स्थानों, बैंक, मॉल, पेट्रोल पंप और बड़े व्यवसायिक स्थानों पर पुलिस बल और गश्त बढ़ाने का आदेश दिया है। सदर एसडीपीओ आनंद कुमार पांडे ने बताया कि त्योहार के समय बाजारों में कोढ़ा गिरोह के सदस्य सक्रिय हो जाते हैं। उन्होंने महिलाओं को सतर्कता से बाजार निकलने का आग्रह भी किया है। उन्होंने कहा की सभी थानाध्यक्षों को विशेष दिशा-निर्देश कोढ़ा गैंग पर नजर रखने के लिए दिये गए हैं। बताया जाता है कि कोढ़ा के जुराबगंज में एक हजार परिवार इस धंधा से जुड़ा हुआ है। और कोढ़ा गैंग के तीन सौ से अधिक सदस्य बिहार, झारखंड, यूपी, बंगाल के लिए हुए रवाना हो चुके हैं। बातचीत के क्रम कई महिलाओं ने बताया की उनका पति मुम्बई, पश्चिम बंगाल, यूपी, झारखंड समेत अन्य जगहों पर गया हुआ है। इस काम से गया है पूछने पर चुप्पी साध लेते हैं।

अमूमन सभी राज्यों की पुलिस आती है ढूंढने

कोढ़ा के जुराबगंज और रौतारा में अमूमन सभी महीने देश के अभी राज्यों की पुलिस छापेमारी करने लिए पहुंचती है। कोढ़ा थानाध्यक्ष रविन्द्र कुमार ने बताया की कोई ऐसा माह नही होता है कि दूसरे राज्यों की पुलिस ढूंढने नही आती है। उन्होंने कहा कि एक माह पहले एक साथ 27 चोरी की बाइक बरामद कर अंतर्राज्यीय बाइक गिरोह का खुलासा किया गया था। उन्होंने बताया कि कोढ़ा गिरोह से सदस्य किसी भी राज्य से बाइक की चोरी कर ले आता है कोई भी नम्बर लगाकर आपराधिक घटना को अंजाम देता है पकड़ाने पर ऐसे बाइक की पहचान भी नही हो पाती है।

छह दशक पहले राजस्थान से आकर बसा था

कोढ़ा के रहने वाले सुमन कुमार मिश्रा ने बताया कि कोढ़ा और रौतारा गिरोह की कहानी काफी दिलचस्प है। उन्होंने बताया की राजस्थान से छह दशक पहले बिहार के दो जगह और पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी स्थित फाटा पोखर के पास इस गिरोह के सदस्यों अपना ठिकाना बनाया था। दो दशक पहले तक ये लोग देश के दूसरे राज्यों में जाकर इस तरह की आपराधिक घटना को अंजाम देता था लेकिन हाल के दिनों में इन लोगों के द्वारा आसपास के जिलों में भी छिनतई चोरी और अन्य आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने लगा है। इन लोगों की शादी-विवाह भी राजस्थान कोढ़ा रौतारा और सिलीगुड़ी के फाटा पोखर में ही होता है। इनलोगों का मुखिया भी इनके ही समुदायों का होता है और दंड देने का भी प्रधान है। ये सभी काली और भगवती के उपासक होते हैं और बड़ी रकम हाथ लगने ओर काफी धूमधाम से पूजापाठ भी करते हैं ।

चोरी के गहना को महिला कर लेती है श्रृंगार

किसी भी तरह के कार्रवाई होने पर पुरुष फरार हो जाता है और महिलाएं सामने आ जाती है। चोरी कर लाए हुए जेवर को महिला श्रृंगार के रूप में पहन लेती है। इस वजह से पुलिस चाह कर नियमानुसार महिला के शरीर से गहना को उतार कर छानबीन नही कर पाती है और उन्हें बेरंग लौटना पड़ता है।

डॉजियर बनाकर की जा रही है निगरानी

कोढ़ा और रौतारा गिरोह की निगरानी के लिए 18 लोगों का डॉजियर तैयार कर उनकी गतिविधि की निगरानी की जा रही है। त्योहार के समय में इस गैंग की गतिविधि अधिक सक्रिय हो जाती है। इस गिरोह का जाल कई राज्यों तक फैला है। हाल के दिनों में इस गिरोह के खिलाफ बड़ी करवाई भी की गई है।

विकास कुमार, पुलिस अधीक्षक, कटिहार

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें