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दुनिया छोड़ गयी सीता, पिता ही अब छह बच्चों के माता

पूर्णिया। धीरज तुम्हीं हो माता-पिता तुम्हीं हो। सीता के दुनिया छोड़ने के बाद अब...

दुनिया छोड़ गयी सीता, पिता ही अब छह बच्चों के माता
हिन्दुस्तान टीम,पूर्णियाSun, 20 Jun 2021 04:10 AM
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पूर्णिया। धीरज

तुम्हीं हो माता-पिता तुम्हीं हो। सीता के दुनिया छोड़ने के बाद अब पिता ही छह बच्चों के माता भी हैं। तीन लड़की और तीन लड़का को भूपेंद्र ठाकुर पिता के प्यार के साथ मां की आंचल का छांव भी दे रहे हैं। पत्नी के जाने के बाद दिक्कतें तो कई हो रही हैं। मगर बच्चों की खानपीन से लेकर उनके शिक्षा के लिए वह तटस्थ हैं। तीन बेटा अमित, पप्पू और छोटू हैं, जबकि तीन बेटी उजाला, पूजा और लवली हैं। सबसे छोटी बेटी लवली छह साल की हैं। बच्चों को वह मां की कमी नहीं खलने दे रहे हैं, लेकिन मां की ममता की भरपायी मुश्किल है। बच्चों को अब अपने पिता का ही सहारा है। इसलिए वह पिता के साथ माता की भूमिका में भी हैं। बनमनखी प्रखंड पिपरा पंचायत बेला गांव वार्ड 14 के भूपेंद्र ठाकुर कहते हैं कि कोरोना ने किसी को नहीं बख्शा। हमारे परिवार को भी इसकी नजर लग गयी। पत्नी सीता देवी (उम्र 42) साल कोरोना के कारण चल बसी। मई माह में उनके गुजर जाने के बाद छह बच्चों के अब वही सहारा हैं। मेहनत मजदूरी कर बच्चों का पालन-पोषण कर रहे हैं। सभी बच्चों को स्कूल में पढ़ा रहे हैं, ताकि वह अपने पैरों पर खड़े हो सके। उन्होंने कहा कि अभी तक सरकारी मुआवजा नहीं मिला है। मगर सारे दस्तावेज के साथ आवेदन जमा करा दिया गया है। बच्चों ने कहा कि मां कोरोना के कारण दुनिया में नहीं रही। मगर, पिताजी सभी बच्चों का मां की तरह खयाल रखते हैं।

23 अनाथ बच्चों को मिला मां-बाप का प्यार, छह गए विदेश

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पूर्णिया में 23 अनाथ बच्चों को माता-पिता का गोद मिल चुका है। विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान से 17 बच्चों को देशी मां-बाप मिले तो छह बच्चों को विदेशी माता-पिता के गोद का सुख प्राप्त हुआ। अंतरराष्ट्रीय विशिष्ट दत्तक ग्रहण कानून के तहत दिसंबर माह में बेटी निशू कुमारी को सिंगापुर की दंपत्ति गोद ले चुके हैं। बालिका रंजना कुमारी को अमेरिकी दंपत्ति जनवरी माह में गोद ले चुके हैं। अभी दत्तक ग्रहण संस्थान में छह बच्चे हैं। उन्हें भी जल्द ही मां-बाप मिलेंगे।

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