देश में मक्का का कटोरा बना सीमांचल
-हिन्दुस्तान खास : पूर्णिया, धीरज। सीमांचल देश में मक्का का कटोरा बन चुका है। इस रबी में सीमांचल के चार जिलों पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज में

पूर्णिया। सीमांचल देश में मक्का का कटोरा बन चुका है। इस रबी में सीमांचल के चार जिलों पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज में 40 लाख मीट्रिक टन मक्के के उत्पादन की संभावना है। सिर्फ पूर्णिया जिला में इस बार 115 लाख हेक्टेयर में करीब दो लाख किसानों के द्वारा मक्के की खेती की जा रही है। कृषि विभाग के मुताबिक सीमांचल में मिट्टी की तासीर अच्छी होने के कारण मक्के की उपज अधिक होती है। मक्का की उत्पादकता लगभग 100-120 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होता है। इस रबी में जिले में 1265000 मीट्रक टन मक्का उत्पादन की संभावना है। पूर्णिया के अलावा कटिहार, अररिया और किशनगंज में भी मक्के की खेती अब बहुतायत संख्या में किसान करने लगे हैं। इसलिए इस बार सीमांचल में 40 लाख मीट्रिक टन मक्के के उत्पादन की संभावना जताई जा रही है जो कि जो कि पिछले वर्षों की तुलना में 10 से 20 फीसदी अधिक होगा।
-किसानों के लिए पीला सोना : मक्का ने बदल दी किसानों की तकदीर :
-सीमांचल के करीब आठ लाख से अधिक किसानों के लिए मक्का महज अनाज नहीं पीला सोना है। मक्का के उत्पादन ने सीमांचल के किसानों की तकदीर बदल दी है। मक्का के कारण किसानों के बच्चे भी अच्छी तालीम हासिल करने में सफल हो रहे हैं तो बेटियों के हाथ पीले किये जाते हैं। मक्का उत्पादन से किसानों में आर्थिक समृद्धता आयी है। मक्का उत्पादन से आमदनी में वृद्धि के कारण कई लोग तो अब लीज पर जमीन लेकर इसकी खेती करते हैं। यहां से मक्का की खरीददारी देश के अलग-अलग राज्यों में होती है। पूर्णिया रेलवे जंक्शन से रैक प्वाइंट से मक्के की खेप भेजी जाती है। इससे रेलवे को भी हर साल करोड़ों की आमदनी होती है।
-एमएसपी पर मक्का की हो खरीद तो किसानों की खिल जाएंगी बांछें :
-मक्का के लिए बिहार में एमएसपी का निर्धारण नहीं होना किसानों के सामने एक बड़ी समस्या है। अच्छे दाम में बिकवाली हो इसके लिए किसानों के द्वारा मक्का का भंडारण किया जाता है। परंतु गोदाम के अभाव के कारण किसान मक्का का भंडारण नहीं कर पाते हैं और औने-पौने दाम पर इसे बेचने पर मजबूर हो जाते हैं। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत वर्ष 2024-25 में 100 एमटी क्षमता के तीन गोदाम एवं 200 एमटी क्षमता के एक गोदाम का लक्ष्य विभाग द्वारा प्राप्त हुआ है। जिला कृषि पदाधिकारी की मानें तो मक्का उत्पादन के दृष्टिपथ निर्धारित लक्ष्य पर्याप्त नहीं है। पूर्णिया जिले के लिए अधिक से अधिक गोदाम निर्माण का लक्ष्य देने का अनुरोध विभाग से किया गया ताकि किसान अनुदानित दर पर गोदाम का निर्माण कर मक्का का भंडारण कर उचित मूल प्रति के समय तक रखने में सक्षम हो सके।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।