प्राचीन सिक्के के तस्कर पर पुलिस मेहरबान
प्राचीन सिक्के और दुर्लभ मूर्तियों के कारोबार का रिसीविंग प्वाइंट गुलाबबाग बन गया है। इस खुलासे के बाद कार्रवाई की बजाय पुलिस तस्कर पर ही मेहरबान हो गई...
प्राचीन सिक्के और दुर्लभ मूर्तियों के कारोबार का रिसीविंग प्वाइंट गुलाबबाग बन गया है। इस खुलासे के बाद कार्रवाई की बजाय पुलिस तस्कर पर ही मेहरबान हो गई है। दुर्लभ वस्तुओं का कारोबार करनेवाला गुलाबबाग का चंदर साह फिलहाल छुट्टा घूम रहा है।
बंगाल से ढूंढ निकालने के बाद पुलिस ने उसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया। जबकि पूछताछ में उसने साफ बताया कि दुर्लभ वस्तुओं के गोरखधंधे में ही गढ़बनैली के रमेश कुमार से उसका ताल्लुक हुआ। रमेश के कहने पर ही वह तांबे के दो प्राचीन सिक्के की खरीद-बिक्री को लेकर बंगाल गया था। सिक्के को बेचने पर उसे 50 लाख रुपए का फायदा होता। इसमें मुंगेर के गौरव कुमार की संलिप्तता उजागर हुई। इसके बाद भी पुलिस ने मामले को काफी हल्के में लिया। अपहरण के मामले में रमेश व मालदा के कलियाचक के राजू को पुलिस ने पकड़ लिया, मगर प्राचीन सिक्के के गोरखधंधे की अनदेखी कर दी। पुलिस ने जांच इसलिए शिथिल कर दिया कि सिर्फ सिक्के के वीडियो को देखकर सौदा किया गया था। इसलिए पुलिस ने सिक्का खोजने की जहमत नहीं उठायी। इसका फायदा चंदर को मिल गया। इस संबंध में सदर थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राचीन सिक्के का सिर्फ वीडियो सामने आया था।