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शहर से लेकर गांव तक फैला कफ सिरप तस्करों का नेटवर्क

पूर्णिया । हिन्दुस्तान संवाददाता शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक प्रतिदिन कफ सिरप की...

शहर से लेकर गांव तक फैला कफ सिरप तस्करों का नेटवर्क
हिन्दुस्तान टीम,पूर्णियाSat, 19 Jun 2021 05:11 AM
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पूर्णिया । हिन्दुस्तान संवाददाता

शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक प्रतिदिन कफ सिरप की खेप पुलिस की टीम के द्वारा पकड़ी जा रही है, लेकिन इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की टीम चुप्पी साधे हुए हैं। अब आम लोगों के द्वारा भी सवाल खड़ा किया जाने लगा है कि आखिर जब जिले के अलग-अलग इलाकों में ड्रग इंस्पेक्टर की तैनाती अवैध कफ सिरप से लेकर प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्री को रोकने के लिए की गई है तो उनके द्वारा इस तरह की कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है। एक आंकड़ों पर गौर करें तो दो साल के दौरान जिले के एक भी ड्रग इंस्पेक्टर के द्वारा इस तरह के अवैध कफ सिरप और दवाइयों की बिक्री करने वाले दुकानदार तस्करों के खिलाफ एक भी कार्रवाई नहीं की गई है। सभी मामलों में जब पुलिस के द्वारा पकड़कर उन्हें दिया जाता है तो फिर वह मामले को जांच पड़ताल करते हैं और फिर अपनी फाइल में इसे एंट्री कर पीठ थपथपा लेते हैं। महज एक माह के दौरान पूर्णिया पुलिस के द्वारा हजारों कार्टून प्रतिबंधित कफ सिरप की खेप पकड़ी गई है । इसमें सबसे ताज्जुब की बात है कि सिविल सर्जन कार्यालय के नाक के नीचे ही इस तरह का गोरखधंधा हो रहा है। स्वास्थ विभाग की टीम को इसकी भनक तक नहीं लग पाती है।

लाइन बाजार बना प्रतिबंधित कफ सिरप का हब

लाइन बाजार और इसके आसपास के इलाके से सीमांचल के कई जिलों के लोग प्रतिबंधित कफ सिरप की खेप लेकर जाते हैं। यहां के तस्कर ग्रामीण क्षेत्रों तक भी इस तरह से सक्रिय हैं कि इस गोरखधंधे का कानो काम तक किसी को भनक नहीं लग पाती है। केहाट सहायक थाना की पुलिस ने तीन जगहों से महज 15 दिनों के अंदर भारी मात्रा में कफ सिरप की खेप पकड़कर आधे दर्जन से अधिक लोगों को मौके पर से ही गिरफ्तार कर जेल भेजा। पूछताछ के क्रम में पता चला कि कई ऐसे दवा दुकानदार हैं जो दिखावा के लिए दवाई की दुकान चलाते हैं। उनका मुख्य काम प्रतिबंधित कफ सिरप के गोरखधंधा को ही करना होता है। पुलिस के रडार पर इस तरह के एक दर्जन से अधिक दुकानदार हैं । बताया जाता है कि ऐसे दुकानदारों को चिन्हित कर जल्द ही पुलिस की टीम के द्वारा छापेमारी की जाएगी। इस मामले में जिस तरह से संबंधित क्षेत्र के ड्रग इंस्पेक्टर को मदद पुलिस को करनी चाहिए वह नहीं करते हैं। पुलिस के सूचना देने पर वह घटनास्थल पर आने से भी कन्नी काटने लगते हैं।

चोरी और नकली कागज बनाकर गाड़ियों से तस्करी

इस तरह की गोरखधंधा को अंजाम देने वाले तस्करों के द्वारा अक्सर चोरी और फर्जी तरीके से गाड़ी का कागज तैयार कर तस्करी को अंजाम दिया जाता है। यही वजह है कि 2 दिन पहले सदर थाना की पुलिस ने गुलाबबाग मार्केटिंग चौक स्थित आशा कंपलेक्स से भारी मात्रा में कफ सिरप की खेप के साथ एक इंडिका कार भी बरामद किया था। पुलिस को इंडिका कार के मालिक का पता लगाने में अब पसीना छूटने लगा है । गाड़ी के नंबर और चेसिस के नंबर भी फर्जी हैं।

नशे के सौदागरों को नहीं बख्शा जाएगा

पूर्णिया पुलिस के द्वारा प्रतिदिन सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। किसी भी सूरत में नशे के कारोबार करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा । किसी तरह की सूचना मिलने पर तुरंत पुलिस की टीम के द्वारा कार्रवाई की जाती है। लगातार शराब, कफ सिरप और स्मैक तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इस वजह से कई बड़े तस्करों की कमर टूट गई है और वह अब इस धंधा से तौबा करने लगा है।

दयाशंकर

पुलिस अधीक्षक

पूर्णिया

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