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सरकारी शराब की सप्लाई गाड़ी के भी डिजिटल लॉकर को तोड़ देता था शराब तस्कर मुर्शीद

पूर्णिया। हिन्दुस्तान संवाददाता पूर्णिया पुलिस की गिरफ्त में आए अंतरराज्यीय शराब तस्कर मुर्शीद...

सरकारी शराब की सप्लाई गाड़ी के भी डिजिटल लॉकर  को तोड़ देता था शराब तस्कर मुर्शीद
हिन्दुस्तान टीम,पूर्णियाTue, 30 Nov 2021 03:50 AM
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पूर्णिया। हिन्दुस्तान संवाददाता

पूर्णिया पुलिस की गिरफ्त में आए अंतरराज्यीय शराब तस्कर मुर्शीद आलम की कुंडली दिनों दिन खुलती जा रही है। इस मामले में कई सरकारी शराब सप्लाई करने वाले अधिकारियों की गर्दन फंसती हुई नजर आ रही है। बताया जाता है कि सेना को सप्लाई करने के लिए डिजिटल लॉकर के माध्यम से शराब की खेप भेजी जाती थी, लेकिन शराब तस्कर एक ही चलान पर कई गाड़ी शराब लदा हुआ मंगवा लेता था। रास्ते में ही डिजिटल लॉकर तोड़कर शराब उतार लेता था। पुलिस के अनुसंधान में कई सरकारी अधिकारियों की भी गर्दन भी फंस सकती है। इस मामले को लेकर पुलिस की टीम के द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है । मुर्शीद आलम के गैंग में प्राइवेट से लेकर सरकारी कर्मचारी भी शामिल थे। यही वजह थी कि तमाम कोशिशों के बावजूद भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाता था। डिजिटल लॉकर की कहानी सुनने के बाद पुलिस के होश उड़ गए ।

..मिनी ट्रक पर मजदूर बनकर पुलिस की टीम गई थी पकड़ने

कुख्यात शराब तस्कर मुर्शीद आलम की गिरफ्तारी करने को लेकर मिनी ट्रक पर सादे ड्रेस में पुलिस की टीम मजदूर बनकर पकड़ने के लिए गई थी। जब वह घर से नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद की तरफ आ रहा था तो सादे ड्रेस में मजदूर के रुप में तैनात पुलिसकर्मी ने 2 मिनट बात करने की बात कह कर सीधे उन्हें कंधे पर उठाकर 2 किलोमीटर की दूरी तय कर बिहार की सीमा क्षेत्र में आ गया था। किसी भी तरह की अप्रिय घटना से निपटने को लेकर आईजी दालकोला तो पुलिस अधीक्षक दयाशंकर बायसी में कैंप कर रखा था। ऑपरेशन में तैनात 50 से अधिक पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत दी गई थी कि इस मामले की सूचना किसी भी सूरत में नहीं हो पाए ।

...हथियार और एंबुलेंस लेकर पुलिस की टीम गई थी शराब तस्कर को पकड़ने

इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार के पश्चिम बंगाल में छापेमारी के दौरान मोब लिंचिंग होने की घटना के बाद पुलिस सभी तरह की तैयारी कर गई थी। बताया जाता है कि हथियार से लेकर एंबुलेंस तक की व्यवस्था कर पुलिस की टीम शराब तस्कर को पकड़ने के लिए गई थी । इसकी लगातार मॉनिटरिंग पुलिस मुख्यालय के द्वारा किया जा रहा था। शराब तस्कर को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम के द्वारा जुलाई माह से ही लगातार रेकी किया जा रहा था और तकनीकी सेल की टीम पिछले कई माह से दालकोला के आस-पास ही डटी हुई थी। शराब तस्कर की गिरफ्तारी के बाद कई जिलों की पुलिस पूर्णिया पुलिस के संपर्क में है और इस मामले को लेकर सूचना का आदान प्रदान किया जा रहा है।

...सोमवार को कई जिलों की पुलिस पहुंची रिमांड पर लेने के लिए पूर्णिया

बताया जाता है कि सोमवार को सात से अधिक जिलों की पुलिस शराब तस्कर मुर्शीद आलम को रिमांड पर लेने के लिए पूर्णिया पहुंची थी। इस मामले को लेकर सभी जिलों की पुलिस के द्वारा अलग-अलग न्यायालय में प्रार्थना पत्र समर्पित किए गए हैं। ताकि वह अपने जिले में ले जाकर शराब तस्कर से कड़ाई से पूछताछ कर सके। हालांकि शराब तस्कर के पास से मिले मोबाइल से कई सफेदपोश लोगों की गर्दन फंसने की बात सामने आ रही है। बताया जाता है कि इनमें से कई ऐसे लोग हैं जो रसूखदार भी हैं और लगातार वह लगातार पिछले कई सालों से शराब तस्कर के संपर्क में था। हालांकि इस तरह के तमाम बिंदुओं पर पुलिस अधीक्षक दयाशंकर के द्वारा खुद मॉनिटरिंग की जा रही है। आने वाले समय में इस मामले में और भी बड़े चौकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।

...तीन किलोमीटर की रेकी करने के लिए खर्च करता था प्रतिमाह करोड़ों रुपए

किशनगंज जिले के बाद पश्चिम बंगाल के 3 किलोमीटर की दूरी में रेकी करवाने के लिए शराब तस्कर प्रतिमाह करोड़ों रुपए का खर्च करता था। बताया जाता है कि यही 3 किलोमीटर की दूरी इसके लिए सेफ जोन हुआ करता था । इसी आसपास में बने आलीशान गोदाम में वह सरकारी सप्लाई के गाड़ियों से शराब की खेप उतार कर रखता था। पुलिस के अनुसार दालकोला के एक दिवंगत एमएलसी के गोदाम का भी पता चला है। जहां पर अभी भी शराब तस्कर मुर्शीद आलम के द्वारा भारी संख्या में नकली शराब कर डंप रखा हुआ है।

...अनुसंधान में कई प्राइवेट और सरकारी कर्मचारियों की भी हो सकती है गर्दन

शराब तस्कर मुर्शीद आलम की गिरफ्तारी के बाद काफी तेजी से अनुसंधान किया जा रहा है। अनुसंधान के क्रम में कई प्राइवेट और सरकारी कर्मचारियों की भी गर्दन फंस सकती है। सरकारी सप्लाई की गाड़ियों के डिजिटल लॉकर को भी तोड़ कर शराब तस्कर शराब की खेप उतार लेता था। इसमें सेना के कई अधिकारी भी शामिल हुआ करते थे। इस तरह के तमाम बिंदु पर भी जांच पड़ताल की जा रही है और जल्द ही इस मामले में चौंकाने वाले खुलासे किए जाएंगे।

दयाशंकर, पुलिस अधीक्षक पूर्णिया

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