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आईओ ने शुरू की जांच, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

पूर्णिया। हिन्दुस्तान संवाददाता 23 मई की रात्रि संदेहास्पद स्थिति में धमदाहा थाना क्षेत्र के...

आईओ ने शुरू की जांच, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
हिन्दुस्तान टीम,पूर्णियाSun, 20 Jun 2021 04:10 AM
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पूर्णिया। हिन्दुस्तान संवाददाता

23 मई की रात्रि संदेहास्पद स्थिति में धमदाहा थाना क्षेत्र के धरहर गांव में हुए युवती के मौत मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आने की वजह से मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। हालांकि पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश के आलोक में एसडीपीओ रमेश कुमार के द्वारा धमदाहा थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष मुकेश कुमार मिश्रा को इस केस की कमान दी गयी है। बताया जाता है कि मुकेश मिश्रा के द्वारा केस की कमान मिलने के साथ ही जांच पड़ताल और अनुसंधान शुरू कर दिया गया है, लेकिन उनके द्वारा भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। धमदाहा एसडीपीओ रमेश कुमार ने बताया कि फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आयी है । उम्मीद है कि माह के अंत तक आएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस की टीम की तरह इस मामले में तकनीकी अनुसंधान के मार्फत जांच पड़ताल के अलावा साक्ष्य इकट्ठा करने का भी काम जारी है। केस के आईओ मुकेश कुमार मिश्रा ने भी बताया कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है, लेकिन जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी । उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए वह लगातार भागलपुर मेडिकल कॉलेज के पदाधिकारियों के संपर्क में है।

....गांव के सरपंच के द्वारा अपरोक्ष रूप से केस उठाने के लिए दिया जा रहा है दबाव

बताया जाता है कि युवती मौत मामले में गांव के ही सरपंच के द्वारा अपरोक्ष रूप से केस को उठाने और मामले में सुलह कर लेने को लेकर भी दबाव दिया जा रहा है। हालांकि पुलिस की टीम के द्वारा उन्हें पीआर बांड पर छोड़ा गया था । बिना सूचना के गांव छोड़कर कहीं नहीं जाने का दिशा निर्देश पुलिस के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा सरपंच को दिया गया था, लेकिन इसका नाजायज फायदा सरपंच के द्वारा उठाया जा रहा है । बताया जाता है कि वह अक्सर पीड़ित परिजनों को अपरोक्ष रूप से केस में सुलह करने और अन्य तरह के मानसिक दबाव बनाने का काम कर रहा है। पीड़ित परिवार डर से पुलिस के वरीय अधिकारियों को भी यह बात नहीं बता पा रहा है। बताया जाता है कि लगातार सरपंच के रिश्तेदार परिजन और कई अन्य लोग पीड़ित परिजनों के संपर्क में है , और उन्हें बेवजह इस मामले को तूल नहीं देने को लेकर भी दबाव दे रहा है।

.....क्या था मामला

धरहरा गांव की ही रहने वाली एक लड़की की शादी सहरसा जिले में 2 माह पहले धूमधाम से हुई थी । लड़की मायके आई थी और अचानक रात के एक बजे के करीब घर से गायब हो गई थी। परिजनों के द्वारा काफी खोजबीन की गयी, लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा। दूसरे दिन अहले सुबह हाट के समीप एक पेड़ से युवती का शव टंगा हुआ था और उसके पास मोबाइल फेंका हुआ था । मोबाइल में दो अज्ञात नंबर से कई बार बात होने की भी प्रमाण मिला था। इस मामले को लेकर परिजनों के द्वारा धमदाहा थाना की पुलिस को सूचना दी गई थी। धमदाहा के तत्कालीन थानाध्यक्ष राज किशोर शर्मा के द्वारा इस मामले की जांच पड़ताल का जिम्मा सुचिंद्र मंडल को सौंपा गया था। बाद में दोनों के द्वारा इस मामले में कोई दिलचस्पी नहीं ली गई। परिजनों के द्वारा इस मामले में लिखित आवेदन पूर्णिया प्रक्षेत्र के आईजी सुरेश प्रसाद चौधरी को दे दिया गया था। फिर मामले की जांच पड़ताल होने के बाद प्रथम दृष्टया धमदाहा थाना के तत्कालीन थानाध्यक्ष राज किशोर शर्मा और केस के आईओ सुचिंद्र मंडल की लापरवाही सामने आई थी। इसके बाद दोनों को आईजी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।

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