मुखर हो रही है पार्ट वन 2019 के अंक पत्र में त्रुटियों की सुधार की मांग
पूर्णिया, हिंदुस्तान संवाददाता। स्नातक पार्ट वन 2019 के अंक पत्र में त्रुटियों की...

पूर्णिया, हिंदुस्तान संवाददाता।
स्नातक पार्ट वन 2019 के अंक पत्र में त्रुटियों की सुधार की मांग मुखर हो रही है। इस संदर्भ में सोशल मीडिया के माध्यम से परीक्षा नियंत्रक को आवेदन शनिवार को भेजा गया है। आवेदन में अंकपत्र में परीक्षा केंद्र गलत अंकित रहने की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया है। शनिवार को छात्र नेता सौरभ कुमार ने पूर्णिया विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ विनय कुमार सिंह को सोशल मीडिया के माध्यम से एक आवेदन भेजा है। सौरभ कुमार ने आवेदन में उल्लेख किया है कि पार्ट वन 2019 का महाविद्यालयों का अंक पत्र जारी किया गया था लेकिन अंकपत्र पर परीक्षा केंद्र के नाम में त्रुटियां हो गयी है। जिस महाविद्यालय के अंकपत्र पर परीक्षा केंद्र का नाम गलत हो गया था उन महाविद्यालयों के अंकपत्र को पूर्णिया विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने अभी तक सुधार नहीं करवाया है। वही 3 वर्ष गुजर जाने के बाद भी कई महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को अभी तक पार्ट वन 2019 का सही अंक पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। इसके कारण छात्र-छात्राएं पूर्णिया यूनिवर्सिटी का चक्कर काटने को विवश हैं। पार्ट थ्री 2021 के वोकेशनल कोर्स के साथ सीएनडी ऑनर्स एवं अन्य कोर्सों का अंकपत्र पूर्णिया विश्वविद्यालय ने अभी तक महाविद्यालयों को नहीं भेजा है ।सौरभ कुमार ने कहा है कि उत्तीर्ण छात्र छात्राओं को अंकपत्र ससमय नहीं मिला है, जिसके कारण छात्र छात्राओं को आगे की पढ़ाई करने को लेकर नामांकन करवाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सौरभ कुमार ने कहा है कि पूर्णिया विश्वविद्यालय को सही तरीके से पार्ट वन 2019 का अंकपत्र की छपाई करवानी चाहिए लेकिन पूर्णिया विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग से चूक हुई है जिसके कारण कई महाविद्यालयों का पार्ट वन 2019 का अंकपत्र में परीक्षा केंद्र का नाम गलत दे दिया गया है। उन्होंने कहा है कि वे खुद पार्ट वन 2019 का परीक्षा पूर्णिया महिला महाविद्यालय में दिये थे लेकिन उनके पार्ट वन 2019 के अंक पत्र पर एमआईटी रामबाग परीक्षा केंद्र दे दिया गया है। सौरभ कुमार ने पूर्णिया विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनय कुमार सिंह से मांग की है कि शीघ्र ही पार्ट वन 2019 का सुधार किया हुआ अंकपत्र महाविद्यालयों को भेजवाया जाय।
