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जन्म दिवस देश प्रेम दिवस के रूप में आयोजित.

नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जन्म दिवस को देश प्रेम दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर भोला पासवान शास्त्री कृषि कॉलेज में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के...

जन्म दिवस देश प्रेम दिवस के रूप में आयोजित.
हिन्दुस्तान टीम,पूर्णियाFri, 24 Jan 2020 02:20 AM
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नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जन्म दिवस को देश प्रेम दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर भोला पासवान शास्त्री कृषि कॉलेज में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पारस नाथ ने किया। प्राचार्य ने बताया कि सुभाष चन्द्र बोस ने ही तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा और दिल्ली चलो का नारा दिया था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. पारस नाथ ने कहा कि 1921 में महात्मा गांधी द्वारा शुरू किए गए असहयोग आन्दोलन से प्रभावित होकर नेताजी ने भारतीय जनपद सेवा की अपनी नौकरी छोड़कर राजनीति में प्रवेश किया। इसी साल प्रिंस ऑफ वेल्स के भारत आने पर उन्होंने कलकत्ता में उनके स्वागत का बहिष्कार किया। इसके कारण उनको छह महीने के लिए जेल जाना पड़ा था। इसके बाद नेताजी अपनी राजनीतिक गतिविधियों के लिए कुल करीब 11 बार जेल गए। कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई के प्रभारी डॉ. पंकज कुमार यादव ने बताया कि 1938 में कांग्रेस के हरिपुरा अधिवेशन में नेताजी को पहली बार कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। दूसरीबार 1939 में त्रिपुरा में कांग्रेस के अधिवेशन में गांधी जी के विरोध के बाद भी नेताजी को अध्यक्ष पद के लिए चुन लिया गया। इस अवसर पर कॉलेज के अन्य वैज्ञानिक डॉ. जेएन श्रीवास्तव, डॉ. जनार्दन प्रसाद, डॉ. पंकज कुमार यादव, डॉ. तपन गोराई, डॉ. रुबी साहा, अनुपम कुमारी, डॉ. रवि केसरी, एसपी. सिन्हा एवं कई कर्मचारी मौजूद थे।

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