जैव विविधता का उदाहरण है समर शैल नेचुरल फार्म.
केनगर के रामनगर में स्थित समर शैल नेचुरल फार्म जैव विविधता का जीता जागता उदाहरण है। फॉर्म को देखने शनिवार को पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी विजय जड़े और तमिलनाडू कैडर के आईएएस अधिकारी अनिल मेश्राम...
केनगर के रामनगर में स्थित समर शैल नेचुरल फार्म जैव विविधता का जीता जागता उदाहरण है। फॉर्म को देखने शनिवार को पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी विजय जड़े और तमिलनाडू कैडर के आईएएस अधिकारी अनिल मेश्राम पहुंचे। साथ में आत्मा के उप परियाजना निदेशक हरिमोहन मिश्रा भी थे। समर शैल नेचुरल फार्म के भ्रमण के बाद हर किसी ने फार्म के प्राकृतिक वातारण और जैव विविधता की प्रशंसा की।
हिमकर मिश्रा के समर शैल नेचुरल फार्म में न सिर्फ प्राकृतिक तरीके से हर तरह की खेती होती है बल्कि हर तरह के जीव जंतु भी फार्म में पल बढ़ रहे हैं। विलुप्त हो रही बगरो चिड़िया भी वहां पर खूब देखने को मिलती है। मैना भी है और टाइगर बर्ड भी। हिमकर कहते हैं कि टाइगर बर्ड शेर की दात में फंसे मांस को निकालती है। इसी कारण इसे टाइगर बर्ड नाम दिया गया है। इसके अतिरिक्त भी कई तरह के जीव जंतु समर शैल नेचुरल फार्म में मौजूद हैं। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों को फॉर्म घुमाने के साथ ही हिमकर ने फार्म के बारे में विस्तार से बताया। फार्म के बारे में जानने के बाद अधिकारियों ने कहा कि ये नेचुरल फार्म हर हाल में अनुकरणीय है। यहां की जैव विविधता प्रशंसा के योग्य है। अधिकारियों को फार्म का फेंसिंग पसंद आया जो प्राकृतिक तरीके से सागवान, कदम और बांस के पेड़ से तैयार हुआ है। इन लोगों ने खस की खेती और गंधराज नींबू को भी खूब पसंद किया। समर शैल नेचुरल फार्म के बारे में आत्मा के उप परियोजना निदेशक ने कहा कि हिमकर मिश्रा ने काफी मेहनत की है। उसमें सराहनीय काम हुआ है। बड़े़ किसान के लिए अनुकरणीय है। प्राकृतिक वातारण में प्राकृतिक खेती करना अपने आप में अद्भुत है। आने वाले दिनों में इससे लोगों को काफी फायदा होगा।