
पप्पू यादव को कितना बेचैन करेगी कांग्रेस? पूर्णिया में प्रियंका गांधी की रैली अभी तय नहीं, फैसला बाकी है
संक्षेप: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ठहाके भरी बातचीत से महागठबंधन में खलबली मचा चुके सांसद पप्पू यादव को कांग्रेस चैन की सांस नहीं लेने दे रही है। प्रियंका गांधी की रैली पूर्णिया में तय नहीं है और पार्टी मोतिहारी या खगड़िया को भी देख रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 15 सितंबर को ठहाके भरी बातचीत से महागठबंधन में खलबली मचा चुके पूर्णिया के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को कांग्रेस चैन की सांस नहीं लेने दे रही है। दो दिन पहले खबर आई थी कि प्रियंका गांधी 26 सितंबर को पूर्णिया में जनसभा करेंगी, लेकिन अब पार्टी ने कहा है कि प्रियंका की रैली की जगह तय नहीं है। कांग्रेस पार्टी इस समय मोतिहारी या खगड़िया के विकल्पों पर भी विचार कर रही है। इस पर अंतिम फैसला आज रात तक हो सकता है।
बिहार कांग्रेस दफ्तर में गुरुवार को पार्टी की प्रदेश चुनाव समिति की बैठक थी। प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु समेत तमाम नेता थे। बैठक के बाद 26 सितंबर को प्रियंका गांधी के प्रस्तावित बिहार दौरे को लेकर भी चर्चा हुई। जनसभा की जगह पर विचार किया गया। रैली पूर्णिया, खगडिया या मोतिहारी में हो सकती है। प्रियंका के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एक समिति गठित की गई है। नेताओं का कहना था कि चूंकि प्रियंका की बिहार में पहली जनसभा है, इसलिए इसके लिए बड़ी तैयारियां होंगी। इससे पहले राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रियंका गांधी दरभंगा में शामिल हुई थीं।
नरेंद्र मोदी और पप्पू यादव के ठहाके से खलबली; पूर्णिया के सांसद ने खुद बताया- क्या बात हुई थी?
लोकसभा चुनाव के पहले अपने दल जन अधिकार पार्टी (जाप) का कांग्रेस में विलय करने वाले पप्पू यादव तब से अब तक कांग्रेस के साथ घुलने-मिलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन कोई ना कोई विघ्न-बाधा आती रहती है। लोकसभा में लालू ने पूर्णिया सीट कांग्रेस से लेकर बीमा भारती को राजद से लड़ा दिया तो पप्पू को निर्दलीय लड़ना पड़ा था। पप्पू जीते और बीमा की जमानत जब्त हो गई।
बिहार चुनाव में पूर्णिया बन रहा सियासी सेंटर; मोदी के बाद चिराग, फिर प्रियंका गांधी की रैली
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के खिलाफ जब विपक्षी दलों ने बंद का आह्वान किया था, तब पप्पू यादव अकेले में रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोकते दिखे थे। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मौजूदगी में महागठबंधन के मंच (खुला ट्रक) पर चढ़ने तक से उन्हें रोक दिया गया। वोटर अधिकार यात्रा के दौरान असहज स्थितियां झेलने के बावजूद पप्पू ने यात्रा के दौरान पूर्णिया में राहुल की मौजूदगी में तेजस्वी को जननायक तक कहा, लेकिन राजद से केमिस्ट्री बन नहीं पा रही है।





