
प्रशांत किशोर के खिलाफ पटना में लगे गुमनाम पोस्टर, जमीन खरीद को लेकर आरोप
संक्षेप: पटना में राजद कार्यालय के अलावे अन्य चौक चौराहों पर प्रशांत किशोर कि खिलाफ करते पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में कहा गया है कि प्रशांत किशोर चारा चोर से भी बड़ा चोर है। लिखा गया है कि चंदा के पैसे से प्रशांत किशोर ने 32 करोड़ में पटना में जमीन खरीदी।
जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने सोमवार को बड़ा धमाका किया। उन्होंने नीतीश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी की बखिया उधेड़ दी। इधर पटना में पहली बार पीके के विरोध में पोस्टर लगाए लगे हैं। पोस्टर में जन सुराज और प्रशांत किशोर पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पोस्टर किसने लगाया इसका उल्लेख नहीं किया गया है लेकिन एक बार फिर चारा घोटाला की याद दिलाई गई है।
विधानसभा चुनाव वाले बिहार में पोस्टर पॉलिटिक्स जोरों पर है। पोस्टरों से पॉजिटिव और निगेटिव दोनों तरह की पॉलिटिक्स किए जा रहे हैं। फिलहाल निशाने पर प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी है। पटना में राजद कार्यालय के अलावे अन्य चौक चौराहों पर प्रशांत किशोर की खिलाफत करते पोस्टर लगाए गए हैं। इनमें कहा गया है कि प्रशांत किशोर चारा चोर से भी बड़ा चोर है। लिखा गया है कि चंदा के पैसे से प्रशांत किशोर ने 32 करोड़ में पटना में जमीन खरीदी। उनकी जन सुराज पार्टी के नेता रामबली चंद्रवंशी को अप्राकृतिक दुराचार का आरोपी और किशोर मुन्ना को अपराधी बताया गया है। पोस्टर में जन सुराज को अपिराधियों, भ्रष्टाचारियों और दुराचारियों का गढ़ करार दिया गया है।
पोस्टर को लेकर सियासी हलचल मची है। एनडीए ने प्रशांत किशोर को लालू यादव की बी टीम बता दिया है। बीजेपी प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा है कि पीके लालू की मदद कर रहे हैं। लेकिन बिहार की जनता समझ रही है। इतना पैसा कहां से लाए कि जमीन खरीद लिए और इतना खर्च कर रहे हैं। इधर कांग्रेस प्रवक्ता असीत नाथ तिवारी ने कहा कि प्रशांत किशोर ने खुद ही यह पोस्टर लगवा लिया हो ताकि प्रचार पा सकें। वे बड़े खिलाड़ी हैं। कुछ भी कर सकते हैं।
सोमवार को प्रशांत किशोर ने अपनी आय और विरोधियों के सवाल पर जवाब दिया। उन्होंने बताया कि तीन सालों में उन्होंने वैध तरीके से 241 करोड़ की कमाई की। सरकार को जीएसटी और आयकर भी दिया। इनमें से जन सुराज पार्टी को 98 करोड़ दिया। कोई चाहे तो ईडी, सीबीआई से जांच करा ले।





