PATNA UNIVERSITY : दीक्षांत समारोह में पहली बार होगा हिन्दी का इस्तेमाल
पटना विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह 3 दिसंबर को होना है। इसमें पहली बार हिन्दी शब्दों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल होगा। ये बातें पटना विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रासबिहारी ने कही। उन्होंने बताया...
पटना विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह 3 दिसंबर को होना है। इसमें पहली बार हिन्दी शब्दों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल होगा। ये बातें पटना विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रासबिहारी ने कही। उन्होंने बताया कि पटना विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहली बार अभिभावकों को भी शामिल होने का मौका दिया जाएगा।
अभिभावक अपने बच्चों को सम्मानित होता देख सकेंगे। उन्होंने बताया कि अगले सत्र से दीक्षांत समारोह में छात्रों को भारतीय परिधान में उपाधि दी जाएगी। इस बार ऐसी व्यवस्था नहीं हो सकी है। साथ ही 10 दिसंबर को होने वाले पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह में आने वाले विशिष्ट अतिथि से टॉपर छात्रों को गोल्डमेडल देने के लिए अपील की जाएगी। इसमें कोई भी पूर्ववर्ती छात्र अपने या अपने पूर्वजों के नाम पर विश्वविद्यालय को राशि उपलब्ध करा कर वर्तमान के छात्रों को ऑरिजनल गोल्ड मेडल दे सकते हैं।
इनकी राशि को स्कॉरलरशिप फंड में जमा करा दिया जाएगा। इसी राशि से दीक्ष्रांत समारोह के टॉपरों को सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से एक राशि तय की जाएगी। बिहार के दो विश्वविद्यालय अब टॉपर छात्रों को ऑरिजनल 22 कैरेट का गोल्ड मेडल देना शुरू कर चुके हैं। इसमें सबसे पहला नाम नालंदा खुला विश्वविद्यालय का है। वह अपनी शुरुआती दौर से ही गोल्ड मेडल दे रहा है।
इसबार आर्यभट्ट विश्वविद्यालय की ओर से छात्रों को ऑरिजनल गोल्ड मेडल दिया गया। इसी तरह पटना विश्वविद्यालय भी अपने टॉपर छात्रों को गोल्ड मेडल देना चाहता है। पहली बार दीक्षांत समारोह ज्ञान भवन के बापू सभागार में आयोजित किया जाएगा। इसके लिए छात्रों को 2 दिसंबर को हॉल टिकट उपलब्ध करा दिया जाएगा। छात्रों को गाउन 11 बजे से सीनेट हॉल पटना विश्वविद्यालय से प्राप्त होगा। कुल 950 छात्र-छात्राओं ने अब तक आवेदन किए हैं। बुधवार की शाम कुलपति डॉ. रासबिहारी सिंह, प्रति कुलपति डॉ. डॉली सिन्हा, डीन डॉ. एनके झा व कुलसचिव डॉ. रवीन्द्र कुमार ने बापू सभागार का औचक निरीक्षण किया।