दुल्हन की तरह सजा है दीघा-सोनपुर सड़क पुल, लोग बरबस बोल रहे अब गांधी सेतु का झंझट नहीं
गंगा नदी पर दो बड़े सड़क पुल रविवार को जनता को समर्पित हुए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीघा-सोनपुर (जेपी सेतु) और आरा-छपरा (वीर कुंवर सिंह सेतु) का लोकार्पण किया। दोनों पुलों के चालू हो जाने से उत्तर...
गंगा नदी पर दो बड़े सड़क पुल रविवार को जनता को समर्पित हुए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीघा-सोनपुर (जेपी सेतु) और आरा-छपरा (वीर कुंवर सिंह सेतु) का लोकार्पण किया। दोनों पुलों के चालू हो जाने से उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली दो नयी लाइफ लाइन मिल गई है।
मुख्यमंत्री संवाद कक्ष से रिमोट से पुलों के अलावा अन्य 138 परियोजनाओं का भी सीएम ने उद्घाटन किया। कहा कि दीघा-सोनपुर पुल के दक्षिणी और उत्तरी पहुंच पथ के निर्माण की जिम्मेदारी केंद्र की थी। अंतिम समय में राज्य सरकार को केंद्र ने जिम्मेदारी सौंप दी। राज्य सरकार ने तय समय में तमाम परेशानियों से जूझते हुए इसे पूरा किया। पहुंच पथ को और बेहतर करने के लिए विशेष कमेटी का गठन किया जा रहा है।
एनएच से बेहतर स्थिति एसएच की
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) से बेहतर स्थिति राज्य मार्ग (एसएच) की है। एनएच का निर्माण ठीक से नहीं हो रहा। इनके रख-रखाव के लिए जितने पैसे मिलने चाहिए, केंद्र उतने पैसे नहीं दे रहा। राज्य सरकार ने एनएच पर 970 करोड़ खर्च किया, वह भी नहीं मिला। वहीं एसएच के रख-रखाव के लिए विशेष नीति बनी है। राज्य में किसी कोने से पटना छह घंटे में आने का लक्ष्य प्राप्त हो चुका है। अब पांच घंटे में पटना आने के लक्ष्य पर काम हो रहा है। एसएच का चौड़ीकरण और पुल-पुलियों का निर्माण तेजी से हो रहा है।
लोकार्पण का दिन तय करना सरकार का अधिकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी पुल का लोकार्पण किस दिन होगा, यह तय करना राज्य सरकार का अधिकार है। लोकार्पण के दिन से किसी को क्यों परेशानी होती है? आज बिहार राज्य पुल निर्माण निगम का 42वां स्थापना दिवस है। लालू जी का जन्मदिन भी है। इसके लिए हम शुभकामनाएं देते हैं।
हमें ही भूल गयी थी केंद्र सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी पर दीघा-सोनपुर रेल पुल का उद्घाटन करने आये केंद्र के लोग हमें ही भूल गये। उनलोगों को एहसास ही नहीं है कि पुल के निर्माण में हमलोगों की मुख्य भूमिका रही है। तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने रेलपुल का शिलान्यास किया था। तब रामविलास पासवान रेलमंत्री थे। मैं रेलमंत्री बना तो जानकारी मिली कि रेलपुल का शिलान्यास हो गया है, पर योजना ही स्वीकृत नहीं है। फिर मैंने डीपीआर तैयार कराया और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को पटना बुलाकार कार्यारंभ कराया। 2004 में लालू प्रसाद रेलमंत्री बने तो उन्होंने रेल पुल में सड़क पुल की योजना को जोड़ा। उनका सबसे बड़ा योगदान है इस पुल में।
देश का छठा सबसे बड़ा पुल
दीघा-सोनपुर देश का छठा (4.6 किमी) और आरा-छपरा (4 किमी) पुल सातवां सबसे बड़ा पुल है।
गंगा नदी पर दो बड़े नये पुलों से राज्य के और विकास का मार्ग प्रशस्त हो गया है। खासकर उत्तर बिहार के लोगों में इससे काफी खुशी है।
- लालू प्रसाद, राजद अध्यक्ष
आज का दिन ऐतिहासिक है। राज्य सरकार ने बिहार के विकास में एक और कदम बढ़ाया है। इससे गांधी सेतु पर जाम की समस्या कम होगी।
- तेजस्वी प्रसाद यादव, उप मुख्यमंत्री