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अपराध नहीं रोक पाए तो अफसरों पर सख्त कार्रवाई : नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस अधिकारियों को दो टूक कहा कि किसी भी सूरत में अपराध पर नियंत्रण होना चाहिए। जिस रीजन में अधिक अपराध हो रहे हैं, वहां के पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई जरूरी है। ऐसे...

अपराध नहीं रोक पाए तो अफसरों पर सख्त कार्रवाई : नीतीश
हिन्दुस्तान टीम,पटनाThu, 21 Nov 2019 01:32 AM
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस अधिकारियों को दो टूक कहा कि किसी भी सूरत में अपराध पर नियंत्रण होना चाहिए। जिस रीजन में अधिक अपराध हो रहे हैं, वहां के पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई जरूरी है। ऐसे पदाधिकारियों को चिह्नित कर कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री बुधवार को एक अणे मार्ग में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की और कई निर्देश पुलिस मुख्यालय को दिए।

उन्होंने यह भी कहा कि जिस थाना क्षेत्र में लगातार अपराध चिह्नित हुए हैं, वहां विशेष सतर्कता बरतें और पुलिस मुख्यालय से इसकी नियमित मॉनिटरिंग हो। उन्होंने निर्देश दिया कि समय पर अनुसंधान और ट्रायल हो। शीघ्र दोषी को सजा होने से अपराध करने वालों के मन में भय पैदा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध को बढ़ावा देने वाला कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि देश स्तर पर बिहार की पुलिस को तटस्थ रहकर अपनी जिम्मेदीरा निभाने वाला माना जाता है। कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाये रखने के लिए पुलिस को लगातार सतर्क रहना होगा। राज्य में अपराध के ज्यादातर मामले भूमि और संपत्ति विवाद को लेकर आते हैं। भूमि विवाद के समाधान को प्राथमिकता देते हुए थाना प्रभारी, अंचलाधिकारी के स्तर से लेकर डीएम-एसपी तक की बैठक हर सप्ताह होनी चाहिए।

सीएम आवास स्थित संकल्प में दो घंटे से ज्यादा देर तक चली समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अपराध नहीं रोकनेवाले और शराबबंदी में दिलचस्पी नहीं लेने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कई अन्य बिंदुओं पर भी अपराध नियंत्रण और कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। कहा कि कोताही बरतने वाला चाहे किसी भी रैंक का अफसर क्यों न हो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लें। माना जा रहा है कि इस जद में थानेदार और उससे नीचे के पुलिस अफसरों के साथ फील्ड के डीएसपी और जिलों के एसपी भी आएंगे।

लंबित मामलों के निपटारे पर रहा जोर

मुख्यमंत्री ने लंबित मामलों के निपटारे पर विशेष फोकस का निर्देश आला अधिकारियों को दिया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को कहा कि रोजना इसकी मॉनिटरिंग करें। थाना स्तर पर कांडों के निष्पादन की मॉनिटरिंग की जरूरत है तो उसके लिए तंत्र बनाएं।

पटना और मुजफ्फरपुर रेंज पर विशेष फोकस

आला पुलिस अधिकारियों के मुताबिक समीक्षा बैठक के दौरान कई बिंदुओं पर चर्चा हुई। इसमें पटना और मुजफ्फरपुर रेंज के कुछ जिले ऐसे पाए गए जहां अन्य जिलों के मुकाबले अपराध ज्यादा हो रहे हैं। इसमें मुजफ्फरपुर, वैशाली, नालंदा आदि जिले शामिल बताए जाते हैं। इन जिलों में अपराध रोकने के लिए विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। साथ ही अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान पर भी जोर दिया गया। बैठक में डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी समेत पुलिस मुख्यालय के कई बड़े पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

सड़क दुर्घटना में कमी के उपाय करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटना के कारण होने वाली मृत्यु से विधि-व्यवस्था प्रभावित होने के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें चालक की लापरवाही के मामले हैं। ओवर स्पीड, ओवर टेकिंग जैसे कारणों से घटनाएं हो रही हैं। सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए पहले ही परिवहन विभाग, पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग की बैठक की गई है। फिर से एक बार समीक्षा बैठक कर इसके लिए जरूरी उपाय किये जाएं। मुख्यमंत्री ने सड़क क्रासिंग वाली जगहों पर फ्लाई ओवर बनाने का भी निर्देश दिया है। कहा कि बच्चा चोरी जैसी अफवाह फैलाने वाले लोगों पर नजर रखें और सतर्क रहें।

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